कटिहार के अमदाबाद प्रखंड के कई क्षेत्रों में अवैध रूप से मिट्टी खनन का खेल धड़ल्ले से गंगा नदी के किनारे चल रहा है. गंगा नदी और महानंदा नदी के किनारे अवैध रूप से मिट्टी खनन लगातार जारी है. सबसे बड़ी बात यह है कि प्रशासन के नाक के नीचे मिट्टी माफियाओं के द्वारा मिट्टी की अवैध रूप से खनन की जा रही है. उसकी बिक्री धड़ल्ले से हो रही है, जहां एक तरफ कटाव के भय से लोग परेशान हैं. लोग अपने आशियाने को तोड़कर दूसरी जगह पलायन करने को मजबूर है. कटाव के भय से लोग पलायन कर रहे हैं. कई परिवार के आशियाने गंगा नदी में कटकर विलिन हो गए. वहीं, लोगों के खेतिहर जमीन गंगा ने लील लिया, लेकिन मिट्टी माफिया का अवैध रूप से मिट्टी खनन कर बेचना लगातार जारी है.
मिट्टी माफिया का बोल बाला
बड़ी बात यह है कि अब तक प्रशासन के द्वारा इस पर कोई रोक नहीं लगाया जा सका. जिसको लेकर ग्रामीण कहते हैं कि गंगा नदी के किनारे मिट्टी का खनन हो रहा है. जिससे वृहत पैमाने पर होने वाले कटाव का भय ग्रामीणों को सता रहा है. ग्राम पंचायत दक्षिणी करीमुल्ला पुर अंतर्गत गोलाघाट के समीप गंगा नदी के किनारे अवैध रूप से मिट्टी का खनन हो रहा है. वहीं, लखनपुर पंचायत अंतर्गत महानंदा नदी के किनारे भी अवैध रूप से मिट्टी का खनन लगातार जारी है. मिट्टी माफिया का खौफ इस कदर ग्रामीणों पर है कि वे लोग कैमरा के सामने आने से डरते हैं. अगर किसी प्रकार कैमरे सामने आ भी जाते हैं, तो अपना नाम तक नहीं बताते हैं.
माफिया के भय से घबराते हैं ग्रामीण
अब देखने वाली बात यह होगी कि कब तक क्षेत्र में चल रहे अवैध रूप से मिट्टी खनन पर प्रशासन रोक लगा पाती है या फिर उसे अनदेखा कर दिया जाएगा? सवाल यह भी है कि इन मिट्टी माफियों को प्रशासन का भय क्यों नहीं है? क्या प्रशासन के मिली भगत से दिन के उजाले में मट्टी का अवैध खनन चल रहा है?
HIGHLIGHTS
- कटिहार में अपराधी बेखौफ
- मिट्टी माफिया का बोल बाला
- माफिया के भय से घबराते हैं ग्रामीण
Source : News State Bihar Jharkhand