बिहार के सीवान जिले के आंदर थाना क्षेत्र में लॉकडाउन के बीच मंगलवार को सामाजिक कार्यकर्ता शेषनाथ द्विवेदी उर्फ टिंकू की गोली मारकर हत्या कर दी गई. बताया जा रहा है कि मृतक ब्राह्मण महासंगठन के सीवान जिला के अध्यक्ष भी थे. पुलिस के मुताबिक टिंकू सुबह अपने गांव घेराई में घर के बाहर बैठे थे, तभी बाइक पर सवार होकर आए दो अपराधियों ने अंधाधुध गोलीबारी कर दी, जिससे वे बुरी तरह घायल हो गए. घायल स्थिति में परिजन उन्हें स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि हत्या के कारणों का अब तक पता नहीं चल पाया है. पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है. हत्या के बाद क्षेत्र में तनाव बना हुआ है.
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बीवी पर करता था शक
वहीं इससे पहले गुरुग्राम के गढ़ी हरसरू गांव के रहने वाला एक व्यक्ति अपनी पत्नी पर शक करता था. इसी वजह से दोनों के बीच लड़ाई-झगड़े होते रहते थे. कुछ दिनों बाद दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि पति ने सिलबट्टे से पत्नी को मार डाला. बाद में पति ने बाथरूम के अंदर फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली. जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस को मृतक की जेब से एक सुसाइड नोट भी मिला है.
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मृतक की एक 14 साल की बेटी
पुलिस के मुताबिक, मृतक मूलरूप से राजस्थान के चित्तौड़गढ़ का पहने वाला था. गुरुग्राम में भी उसका घर था. यहां वह इलेक्ट्रिशियन का काम करता था. मृतक की एक 14 साल की बेटी भी है. बताया जा रहा है कि उसे दूसरे कमरे में बंद कर दिया गया था. पुलिस को बेटी ने बताया कि लॉकडाउन में छुट्टी होने के कारण उसके पिता घर पर ही थे. पिता को मां पर शक होता था. इसी बात को लेकर दोनों झगड़ते रहते थे.