बिहार के सहरसा में बाबा कारू धाम मंदिर की दान पेटी को करीब चार साल के बाद खोला गया. इस पेटी में लाखों के नोट थे. जो सालों से इस पेटी में पड़े थे. नोटों की गिनती जब शुरू हुई तो गिनने वालों के पसीने छूट गए. प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में शुरू हुई गिनती बदस्तूर जारी रही. दानपेटी खुलने के बाद से ही मंदिर कमिटी के सचिव, अध्यक्ष और महंत उपाध्यक्ष सभी नोटों की गिनती में जुट गए. इस दौरान दानपेटी से लाखों के नोट तो सड़े-गले निकले. नोटों की हालत ऐसी हो गई थी कि बैंकों ने भी इसे लेने से इनकार कर दिया. जिस पर ग्रामीण और मंदिर न्यास समिति के सदस्यों ने प्रशासन पर अनदेखी के आरोप लगाए. उनका कहना था कि दानपेटी खुलवाने के लिए कई बार पत्र लिखा गया, लेकिन प्रशासन ने कोई संज्ञान नहीं लिया. जिसकी वजह से नोट पड़े-पड़े खराब हो गए.
पांच दानपेटियों का खुलना बाकी
दरअसल 2019 में विवाद के चलते प्रशासन ने मंदिर की सभी आठ दानपेटियों को सील कर दिया था. जिसके बाद पिछले साल दो दानपेटी खोलकर लाखों रुपए निकाले गए थे. उस समय भी नोटों की हालत अच्छी नहीं थी. जिसके चलते लाखों के नोट बैंक ने लेने से इंकार कर दिया. अब एक बार फिर मंदिर की एक दानपेटी खोली गई है और इस बार तो नोटों की हालत पिछली बार से बदतर है. इस मंदिर में अभी कुल पांच दानपेटियों का खुलना बाकी हैं.
लाखों रुपए बर्बाद
प्रशासन की अनदेखी की वजह से मंदिर की दानपेटियों को नहीं खोला गया. जिसके चलते ना सिर्फ नोट खराब हो गए बल्कि इतने दिनों तक मंदिर के काम में भी बाधा आई. अब आलम ये हो गया है कि लाखों रुपए बर्बाद हो गए हैं. जिसे बैंक भी नहीं ले रहा. सिर्फ एक दानपेटी से निकलने वाले नोट को देख लोगों की आंखे फटी रह गई है. ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि सभी दानपेटियों को अगर खोला गया तो करोड़ों की राशि निकल सकती है. हालांकि बाकी दानपेटियों को कब खोला जाएगा ये तो वक्त ही बताएगा.
रिपोर्ट : रंजीत सिंह
HIGHLIGHTS
- खुली मंदिर की दानपेटी
- नोटों का अंबार देख लोग गए दंग रह
- पांच दानपेटियों का खुलना बाकी
Source : News State Bihar Jharkhand