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SMART Policing! शराब तस्करी में पकड़ी गई चोरी की सफारी में फुल AC करके घूम रही पुलिस, पढ़िए-क्या है इनसाइड स्टोरी?

रीगा थाना की पुलिस इस टाटा सफारी गाड़ी का इस्तेमाल दो-तीन साल से कर रही है. इस वाहन को 2019 में ही जब्त किया गया था और इससे जुड़ा मामला 274/19 भी दर्ज किया गया था. FIR में इंजिन नंबर और चेचिस नंबर भी अंकित किया गया है.

Updated on: 05 Oct 2023, 07:53 PM

highlights

  • चोरी के टाटा सफारी में ऐश कर रही सीतामढ़ी पुलिस
  • रीगा थाना की पुलिस कर रही चोरी के वाहन का इस्तेमाल 
  • 2019 में टाटा सफारी को किया गया था सीज
  • अब उसी वाहन से चल रहे हैं थानेदार

Sitamarhi:

वैसे तो बिहार की पुलिस अपराध कम करने का दावा करती है लेकिन खुद ही चोरी के वाहन का इस्तेमाल अपने लिए करती है. इतना ही नहीं गाड़ी का नंबर प्लेट भी पुलिस नहीं लगाती ताकि चालान ना कट सके. जी हां! आपको जानकर हैरानी होगी कि सीतामढ़ी जिले के रीगा थाने की पुलिस द्वारा ऐसा ही किया जा रहा है. दरअसल, 2019 में जिस सफारी को शराब तस्कर के कब्जे से पुलिस द्वारा ही बिना नंबर प्लेट के जब्त किया गया था और वाहन को चोरी का दर्शाया गया था उसी वाहन को लेकर खुद पुलिस फर्राटे भर रही है. फुल एसी में पुलिसकर्मी टाटा सफारी में बैठते हैं और नंबर ना होने के कारण इसका चालान भी नहीं कट पाता.

रीगा थाना की पुलिस इस टाटा सफारी गाड़ी का इस्तेमाल दो-तीन साल से कर रही है. इस वाहन को 2019 में ही जब्त किया गया था और इससे जुड़ा मामला 274/19 भी दर्ज किया गया था. FIR में इंजिन नंबर और चेचिस नंबर भी अंकित किया गया है लेकिन नंबर प्लेट पर नंबर ना होने के कारण उसे नहीं अंकित किया जा सका. वहीं, इस मामले को लेकर मौजूदा थानाध्यक्ष राम इकबाल प्रसाद का कहना है कि सफारी से जुड़ा कोई FIR नहीं दर्ज है.

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क्या कहते हैं तत्कालीन थानाध्यक्ष

टाटा सफारी को को रमनगरा से जब्त किया गया था और थाने में इसकी बकायदा एंट्री भी है. तत्कालीन थानाध्यक्ष सुभाष मुखिया ने बताया कि गाड़ी चोरी की है. इस संबंध में रीगा थाना प्राथमिकी कांड संख्या- 274/19 दर्ज है. FIR में गाड़ी का चेचिस और इंजन नंबर भी लिखा गया है लेकिन रजिस्ट्रेशन नंबर का उल्लेख नहीं है. तत्कालीन थानाध्यक्ष सुभाष मुखिया ने ये भी बताया कि सफारी को जब्त करने के दौरान मुजफ्फरपुर जिले के कांटी थाना क्षेत्र के दामोदरपुर गांव के सोमू कुमार नाम को मुल्जिमों को भी गिरफ्तार किया था और उसके दो साथी भाग निकले थे. सभी टाटा सफारी से शराब का कारोबार करते थे. मौके पर वाहन में शराब नहीं मिला था अगर शराब मिला होता तो इसे नीलाम कर दिया गया होता.

वहीं, पूर्व थानाध्यक्ष सुभाष मुखिया के बयानों के उलट वर्तमान थानाध्यक्ष राम इकबाल प्रसाद कहते हैं कि सफारी के बारे में कोई FIR दर्ज नहीं है.