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बिहार की इस पंचायत को मिला ये खास सम्मान, बढ़ाया पूरे राज्य का मान

बिहार के सीतामढ़ी जिले के किसी पंचायत को पहली बार राष्ट्रीय सम्मान मिलने का यह गौरव प्राप्त हुआ है.

Updated on: 19 Sep 2019, 02:54 PM

Patna/Sitamarhi:

सीतामढ़ी जिला के सोनवर्षा प्रखंड अंतर्गत सिंहवाहिनी पंचायत को मिला दीन दयाल उपाध्याय पुरस्कार. बिहार के सीतामढ़ी जिले के किसी पंचायत को पहली बार राष्ट्रीय सम्मान मिलने का यह गौरव प्राप्त हुआ है. जिले के सिंहवाहिनी पंचायत का चयन भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय के द्वारा प्रत्येक वर्ष दिए जाने वाले "दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार -2019" के लिए हुआ है. इस कीर्ति से जिले का हीं नहीं पूरे राज्य का मान बढ़ा है. प्रत्येक वर्ष 24 अप्रैल को पंचायती राज दिवस के अवसर पर यह पुरस्कार दिल्ली में भव्य समारोह में माननीय प्रधानमंत्री जी के हाथों दिया जाता है. उस दौरान आम चुनाव के कारण इसकी घोषणा देरी से हुई.

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सिंहवाहिनी को यह राष्ट्रीय सम्मान पंचायत में वहां की चर्चित मुखिया श्रीमती रितु जयसवाल के कुशल नेतृत्व में थीमेटिक कैटेगरी "कम्युनिटी बेस्ड आर्गेनाईजेशन (CBOs)/इंडिविजुअल्स टेकिंग वोल्युन्ट्री एक्शन्स" को ध्यान में रखते हुए दिया गया है. सिंहवाहिनी ने सरकारी योजनाओं से अलग आपसी तालमेल और संघर्ष से कई कीर्तिमान रचे हैं. खुले में शौच मुक्त अभियान को लेकर जागरूकता, बायो गैस प्लांट का निर्माण, बाढ़ जैसी भीषण आपदा में पंचायत के युवाओं की टीम के द्वारा मुखिया के नेतृत्व में की गई सेवा, बाल विवाह को रोकने के लिए सिलाई सेंटर की स्थापना, सैनिटरी पैड बैंक की स्थापना, घरेलू हिंसा को रोकने पर ग्रामीण स्तरीय कमिटी के द्वारा किये गए कार्य, विधवाओं को उनका अधिकार दिलाना, आर्थिक रूप से कमज़ोर परिवार से आने वाले बच्चों के लिए आउट ऑफ स्कूल सपोर्ट क्लास चलाना, सामूहिक प्रयास से अतिक्रमण मुक्त करा कर मुख्य सड़क निकालना, मिथिला की परम्परा को बनाये रखने पर कार्य करना, इत्यादि जैसे कार्यों को इस कैटेगरी में सम्मान देने के लिए पैरामीटर बनाया गए.

इस पुरस्कार के लिए प्रखण्ड स्तरीय कमिटी के द्वारा पहले गहन जांच की गई, जिसके बाद रिपोर्ट जिला स्तरीय कमिटी को भेजी गई थी. फ़िर जिला स्तरीय कमिटी के द्वारा वहाँ किये गए कार्यों की जाँच कर के राज्य स्तर पर रिपोर्ट भेजी गई, जहाँ से बिहार से कुछ पंचायतों का चयन कर के भारत सरकार को बिहार सरकार के द्वारा भेजा गया. जिसके बाद भारत सरकार से भेजी गई राष्ट्रीय कमिटी के द्वारा स्थलीय जाँच कर उस रिपोर्ट के आधार पर भारत सरकार के द्वारा बिहार राज्य से कुल तीन पंचायतों का चयन किया गया.

सिंहवाहिनी का इस गौरवपूर्ण सम्मान केलिए चयन होने पर मुखिया रितु जयसवाल ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा "यह सम्मान सिंहवाहिनी की प्रत्येक आम जनता को समर्पित करती हूँ जिन्होंने सत्य और न्याय की हमारी लड़ाई में हमेशा डट कर मेरा साथ दिया और साथ हीं पंचायती राज विभाग, बिहार सरकार एवं भारत सरकार दोनों के प्रति आभार व्यक्त करती हूँ जिन्होंने हम ग्रामवासियों के प्रयासों को एक पहचान दी." सिंहवाहिनी के अलावा जहानाबाद जिले के मखदुमपुर प्रखण्ड के धरनई पंचायत एवं नालंदा जिले के नगरनौसा प्रखण्ड के दामोदरपुर बलधा पंचायत का चयन इस महत्वपूर्ण पुरस्कार के लिए हुआ है.