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'सिर्फ 25% काम कर रही लालू यादव की किडनी' वाले बयान पर डॉक्टर को कारण बताओ नोटिस

चारा घोटाले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव के स्वास्थ्य को लेकर मीडिया में बयानबाजी करने वाले डॉक्टर उमेश प्रसाद को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.

Updated on: 20 Dec 2020, 10:56 AM

रांची/पटना:

चारा घोटाले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव के स्वास्थ्य को लेकर मीडिया में बयानबाजी करने वाले डॉक्टर उमेश प्रसाद को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. उमेश प्रसाद ही लालू यादव का इलाज कर रहे हैं. मालूम हो कि लालू का इलाज अगस्त, 2018 से ही रिम्स के पेइंग वार्ड में चल रहा है. उन्हें सितंबर में रिम्स निदेशक के बंगले में स्थानांतरित कर दिया गया था, लेकिन बिहार बीजेपी के एक विधायक को कथित रूप से टेलीफोन किए जाने की शिकायत के बाद उन्हें फिर से पेइंग वार्ड में भेज दिया गया.

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बीते दिनों खबर आई थी कि लालू यादव को अब डायलिसिस से गुजरना पड़ सकता है, क्योंकि उनकी दोनों किडनी केवल 25 फीसदी काम कर रही हैं. डॉ. उमेश प्रसाद ने कहा था कि राजद प्रमुख की दोनों किडनी के काम करने में कोई सुधार नहीं हुआ है और उनकी हालत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है. उन्होंने कहा था, 'हमने इस संबंध में सभी संबंधित विभागों और अधिकारियों को सूचित कर दिया है. इससे पहले, उनकी किडनी 35 फीसदी काम कर रही थी, जो अब घटकर 25 फीसदी रह गई है. गुर्दे की बीमारी चौथे स्टेज में पहुंच गई है.'

इस पर डॉ. उमेश प्रसाद को नोटिस भेजा गया है. इस सिलसिले में पूछे जाने पर रिम्स के निदेशक डॉ. कामेश्वर प्रसाद ने न्यूज एजेंसी 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि स्थानीय मीडिया में लालू प्रसाद यादव के स्वास्थ्य को लेकर उनकी चिकित्सक रहे डॉ. उमेश प्रसाद हवाले से खबरें आई थीं, लेकिन जब इस बारे में डॉ. प्रसाद को कारण बताओ नोटिस देकर पूछा गया तो उन्होंने लिखित तौर पर स्पष्ट किया है कि उन्होंने मीडिया से इस सिलसिले में कोई बातचीत नहीं की है और जो भी जानकारी उनके हवाले से प्रकाशित या प्रसारित की गयी है वह गलत है.'

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रिम्स निदेशक डॉ. कामेश्वर प्रसाद ने स्पष्ट किया, 'रिम्स में इलाजरत लालू प्रसाद यादव के स्वास्थ्य के बारे में विगत दिनों जो कुछ भी प्रकाशित या प्रसारित किया गया वह आधिकारिक नहीं है. लालू प्रसाद यादव का स्वास्थ्य ठीक है. यदि उनका इलाज कर रहे चिकित्सक ने कहीं कुछ कहा भी है तो वह उनका व्यक्तिगत विचार है.' उन्होंने कहा, 'अगर लालू के स्वास्थ्य में यदि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी होगी तो उसकी जांच मेडिकल बोर्ड कर रिपोर्ट देगा.'

रिम्स निदेशक ने यह भी बताया कि लालू यादव के स्वास्थ्य का संस्थान में पूरा ख्याल रखा जा रहा है और इसमें कहीं कोई कोताही नहीं है और न ही कोई चिंता की बात है. गौरतलब है कि 950 करोड़ रुपये के चारा घोटाले के चार विभिन्न मामलों में लालू यादव 14 वर्ष तक की कैद की सजा काट रहे हैं. हालांकि स्वास्थ्य खराब होने की वजह से उनका रांची रिम्स में इलाज चल रहा है.

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इस बीच, लालू यादव के स्वास्थ्य संबन्धी रिपोर्ट के अनधिकृत रूप से लीक होने और उनके चिकित्सक डॉ. उमेश प्रसाद द्वारा स्वास्थ्य के बारे में कथित तौर पर बढ़ाचढ़ाकर दावे करने को लेकर बीजेपी ने आरोप लगाया है कि लालू की चिकित्सा रिपोर्ट षड्यंत्र के तहत लीक की जा रही है. झारखंड बीजेपी के प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा, 'लालू का इलाज कर रहे चिकित्सक का व्यवहार और उनका आचरण उचित नहीं है और जिस प्रकार वह लालू प्रसाद यादव के स्वास्थ्य को लेकर बार-बार टिप्पणी करते रहते हैं और गलत बयानी करते हैं उसकी भी सीबीआई को जांच करनी चाहिए.'