बिहार (Bihar) के प्रतिष्ठित अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) के शिशु विभाग में बुधवार को साढ़े छह महीने के एक बच्चे का सफल ऑपरेशन करके पेट से शिशु का भ्रूण निकाला गया. मात्र सवा किलोग्राम वजन वाले इस बच्चे को नई जिंदगी दी गई. पीएमसीएच में शिशु विभाग के सर्जन डॉ. अमरेंद्र कुमार ने बताया कि करीब साढ़े छह महीने उम्र के इरफान के पेट में एक किलो 250 ग्राम का भूण था. शिशु रोग विभाग की टीम ने जांच के बाद नवजात का सफल ऑपरेशन कर भ्रूण निकाला. इरफान के पेट में भ्रूण समय बीतने के साथ बड़ा हो रहा था. इरफान जब दो माह का था, तभी से पेट फूलने की समस्या उत्पन्न होने लगी थी.
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उन्होंने कहा कि बक्सर के चिकित्सकों ने इरफान के पेट में ट्यूमर होने की बात कहकर पीएमसीएच रेफर कर दिया था. विभागध्यक्ष डॉ. अमरेंद्र कुमार का कहना है कि करीब पांच लाख बच्चों में से एक में ऐसा मामला देखने को मिलता है. उन्होंने कहा कि आमतौर पर ऐसे मामलों में भ्रूण ज्यादा विकसित नहीं हो पाता है, लेकिन इस भ्रूण में हाथ, पैर, पेट आदि अंग भी बन गए थे. डॉ. कुमार ने कहा कि एक बार उनके छात्र जीवन में ऐसा मामला सामने आया था और उसके बाद अभी यह अचंभा देखने को मिला है. उन्होंने कहा कि भ्रूण को सुरक्षित रखा गया है.
बिहार के बक्सर के रहने वाले इरफान के पिता मोहम्मद नईमुद्दीन ने बताया कि वे अपने बच्चे को लेकर यहां 20 जनवरी को भर्ती हुए थे. उस समय बच्चे का सिटी स्कैन कराने के बाद उसके पेट में ट्यूमर के अंदर भ्रूण का पता चला था. इरफान के पिता ने डॉक्टरों की पूरी टीम को इसके लिए बधाई दी. पीएमसीएच में जब ये खबर फैली तो वहां बच्चे को देखने लिए भीड़ उमड़ पड़ी. इस सफल ऑपरेशन के बाद शिशु विभाग के एचओडी ने अपनी टीम की कड़ी मेहनत को सराहते हुए धन्यवाद दिया है.
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इधर, डॉ. अमरेंद्र कहते हैं कि फिलहाल ऑपरेशन के बाद बच्चा स्वस्थ है. हालांकि आने वाले 48 घंटे इरफान के लिए काफी महत्वपूर्ण है. 48 घंटे तक कुछ नहीं कहा जा सकता. उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि इरफान के स्वस्थ होकर घर जाने की पूरी उम्मीद है. बहरहाल, इस अनोखे मामले को लेकर चहुंओर चर्चा हो रही है.
Source : IANS