राजस्थान के कोटा में फंसे अपनी बेटी को अपने घर लाने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. विपक्ष के निशाना के बाद अब अधिकारियों पर गाज गिरेगी. भाजपा विधायक अनिल सिंह को पास जारी करने वाले नवादा के अधिकारी पर गाज गिरना तय है. कोटा जाने के लिए विधायक को वाहन पास जारी करने वाले नवादा सदर SDO को सरकार ने शो कॉज नोटिस जारी किया है. नोटिस में एसडीओ (SDO) से पूछा गया है कि लॉकडाउन में आवाजाही पर प्रतिबंध होने के बावजूद आपने एक विधायक को राज्य से बाहर जाने के लिये पास कैसे जारी कर दिया?
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ड्राइवर को दिया 24 घंटे का समय
साथ ही विधायक ने कोटा जाने-आने के लिये सरकारी गाड़ी और ड्राइवर का इस्तेमाल किया है. यह गाड़ी और ड्राइवर इन्हें विधानसभा में सत्तारूढ़ दल का सचेतक होने के नाते मुहैया कराया गया है. विधानसभा ने चालक शिवमंगल को नोटिस जारी कर पूछा है कि वाहन को निजी कारणों में क्यों इस्तेमाल किया है? जबकि विधानसभा द्वारा मुहैया वाहन का इस्तेमाल केवल राज्य के अंदर ही करना है. चालक से 24 घंटे के अंदर इसका जवाब मांगा गया है. निजी कारणों से उसने विधानसभा के वाहन का इस्तेमाल राज्य से बाहर जाने के लिये क्यों किया?
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राजस्थान के कोटा में फंसे छात्रों को लेकर बिहार का राजनीतिक माहौल गर्म
कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिये लागू राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान राजस्थान के कोटा में फंसे छात्रों को लेकर बिहार का राजनीतिक माहौल गर्म है. इस बीच भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक के राजस्थान स्थित कोटा की यात्रा कर अपनी बेटी को वापस लाये जाने पर रविवार को विपक्ष ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आलोचना की. राजद नेता एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा, 'बिहार के मुख्यमंत्री (नीतीश कुमार) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री (योगी आदित्यनाथ) को कह रहे थे कि उन्हें कोटा में फँसे छात्रों को वापस लाने के लिए बसों को अनुमति नहीं देनी चाहिए थी.
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फंसे बेचारा ग़रीब....'
दूसरी तरफ़ अपने विधायक को गोपनीय तरीक़े से अपनी बेटी को वापस लाने की अनुमति दे रहे थे. बिहार में ऐसे अनेकों वीआईपी और अधिकारियों को पास निर्गत किए गए. फंसे बेचारा ग़रीब....' दरअसल, नवादा जिले में हिसुआ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक अनिल सिंह 16 अप्रैल को राजस्थान के कोटा शहर के लिए रवाना हुए थे और शनिवार देर रात पटना स्थित अपने आवास लौट आए. अपनी बेटी को कोटा से लाने के लिए सिंह को नवादा सदर अनुमंडल दंडाधिकारी द्वारा 15 अप्रैल को यात्रा पास जारी किया गया था, जो रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.