बिहार में 13 मार्च को सरकार ने कोरोना के संकट को देखते हुए सभी शैक्षणिक संस्थानों को बन्द करने का आदेश दीया था. मार्च के महीने में ज्यादतर विद्यालयों में फाइनल परीक्षाएं हर कक्षा की होती हैं. कई विद्यालयों में ये परीक्षाएं खत्म हो गयीं थीं और कुछ जगह ये परीक्षाएं चल रही थीं.
प्राईवेट स्कूल वेल्फेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष इस्माईल अहमद ने सरकार से दो दिनों की मोहलत मांगी ताकी जिन विद्यालयों में परीक्षाएं पूरी नही हुई हैं वहां परीक्षाएं पूरी हो जायें या बच्चों को गृह कार्य दिया जा सके ताकी वो छुट्टियों का इस्तेमाल कर सकें. लेकिन सरकार कोरोना को लेकर कोई भी जोखिम नहीं उठाना चाह रही थी और विद्यालय पूर्णतया 31 मार्च तक बन्द कर दिये गये.
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अब चूंकि विद्यालयों को परीक्षाफल छात्रों को देना है ऐसे में पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि ने नया निर्देश दिया है. जिसके तहत सभी विद्यालयों को ऑन लाइन परीक्षाफल भेजना है ताकी विद्यालयों में एक वक़्त अत्यधिक भीड़ ना हो. उन्होंने ये भी कहा की अगर ये मुमकिन नहीं तो एक अभिभावक रिपोर्ट कार्ड लेने बुलाये जायें और उनके साथ बच्चों को बिल्कुल ना बुलाया जाये.
अभिभावक और विद्यालय प्रशासन सरकार के इस कदम का स्वागत कर रहे हैं. मगर साथ ही उन्हें चिंता इस बात की है कि अत्यधिक लम्बी छुट्टी अन्ततः बच्चों पर ही पढ़ाई का बोझ बढ़ाएंगी सो बेहतर है की जितना जल्दी हो सके ये संकट खत्म हो जाये.
Source : News State