Bihar News: बिहार के सासाराम की रहने वाली 17 साल की नाबालिग की 1 फरवरी को उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित एक गर्ल्स हॉस्टल में संदिग्ध मौत हो जाती है. मृतका का नाम स्नेहा है. इस मामले को वाराणसी पुलिस ने आत्महत्या करार दिया है, लेकिन मृतका के परिजन इस घटना को हत्या बता रहे हैं. इस मामले को लेकर परिजनों ने अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की और उनसे न्याय की गुहार लगाई. जिसके बाद सीएम ने परिजनों को आश्वस्त किया है कि घटना की पूरी तरह से निष्पक्ष जांच होगी.
मृतका के माता-पिता रुचि देवी और सुनील कुमार का आरोप है कि उनकी बेटी की हत्या की गई है. उन्होंने कहा कि उनकी बेटी की मौत के बाद पोस्टमार्टम हाउस से उसके गहने चोरी कर लिए गए और नकली गहने परिजनों को सौंप दिए गए. जब इस संबंध में शिकायत की गई, तो वाराणसी पुलिस ने पोस्टमार्टम हाउस में कार्यरत तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की. बाद में पुलिस ने शव से चोरी किए गए सोने के आभूषण भी बरामद किए.
सीएम योगी से न्याय की गुहार
परिजनों को इस बात की भी आशंका है कि जिस तरह से उनकी बेटी के गहने चोरी किए गए, उसी तरह पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी हेरफेर की गई हो सकती है. इसी वजह से वे लगातार न्याय की मांग कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद परिजनों को उम्मीद जगी है कि उन्हें न्याय मिलेगा. हालांकि, इस मामले में अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
जांच में जुटी पुलिस
इस मामले में वाराणसी पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में यह आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है, लेकिन सभी पहलुओं की गहनता से जांच की जा रही है. वहीं, परिजनों ने दोषियों की गिरफ्तारी और मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. अब देखना होगा कि पुलिस इस मामले में आगे क्या कार्रवाई करती है और क्या स्नेहा के परिजनों को न्याय मिल पाता है या नहीं.