Ejaz Ahmed (Photo Credit: फाइल फोटो )
Patna:
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता एजाज अहमद ने सम्राट चौधरी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद जी ने रेल मंत्री रहते हुए रेलवे को 90 हजार करोड़ का मुनाफा दिया वो भी बिना रेल किराया बढ़ाये. लालू जी ने गरीबों के लिए एसी ट्रेन गरीब रथ देने का कार्य किया. साथ ही बुजुर्ग यात्रियों के लिए रियायती दर पर टिकट देकर यात्रा की सुविधा प्रदान की तथा पत्रकारों के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान की थी .
'नई ट्रेन के नाम पर हुआ धोखा'
उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र की सरकार ने रेलवे के द्वारा जो अलग से बजट का प्रावधान था, उसको समाप्त कर दिया. नई ट्रेन देना बंद कर दी और नई ट्रेन के नाम पर वंदे भारत जैसी महंगी ट्रेनें प्रदान की, जो आम यात्रियों के लिए परेशानी का सबक बना हुआ है. उन्होंने आगे कहा कि कोविड कार्यकाल में रेलवे के द्वारा जो किराया बढ़ाया गया था. उसका किराया कम नहीं किया गया है. पैसेंजर ट्रेन का भाड़ा 30 रुपए से कम नहीं है. साथ ही साथ बुजुर्गों के लिए जो यात्री किराया में रियायत दिया गया था. उसको समाप्त कर दिया.
फूलपुर से चुनाव लड़ने पर भी दिया बयान
उन्होंने कहा कि नई ट्रेन की सुविधा देने की जगह गरीब रथ को भी बंद करने की एक साजिश चल रही है. बीजेपी रेलवे के नाम पर राजनीति ना करें तो बेहतर रहेगा. जहां तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के फूलपुर से चुनाव लड़ने का सवाल है तो इस संबंध में फैसला वहीं करेंगे, लेकिन इंडिया गठबंधन के नेतृत्वकर्ता के प्रति देश की जनता का जो विश्वास बढ़ा है और जिस तरह से समर्थन मिल रहा है. उसके कारण बीजेपी खेमा में बेचैनी और बौखलाहट है. इसीलिए इस तरह की अनर्गल बातें की जा रही है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी जी अपने राजनीति अस्तित्व को बीजेपी में बचाने तथा बीजेपी के अंदर उनके नेतृत्व पर जो सवाल खड़े किए जा रहे हैं, उससे बचने के लिए इस तरह का बयान दे रहे हैं.
सम्राट चौधरी ने क्या कहा था
आपको बता दें कि, आरजेडी सुप्रीमों लालू यादव के द्वारा केंद्र सरकार पर किए गए हमले पर सम्राट चौधरी उन्हें जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि जो विदेश नीति पर सवाल उठा रहे हैं. उन्हें खुद ही कुछ भी जानकारी नहीं होती है. उनका क्या है कुछ भी बोलते रहते हैं. जब वो रेल मंत्री थे तो उन्होंने तो पूरे रेलवे को ही बेच दिया था. रेलवे में नौकरी देने के बदले लोगों से उनकी जमीन हड़प ली. रेलवे को बेचने का काम असल मैं किसी ने किया है तो वो लालू प्रसाद यादव ही हैं.