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Bihar Politics : आरजेडी-जेडीयू के प्रवक्ताओं में ठनी, बीजेपी ले रही नूरा कश्ती का मजा

आरजेडी ने अपने विधायक सुधाकर सिंह को नोटिस जारी कर दिया है. 15 दिनों में सुधाकर सिंह को इस नोटिस का जवाब देना है, लेकिन नोटिस जारी होने के बावजूद आरजेडी और जेडीयू में बयानबाजी का जो दौर शुरू हुआ है वह थमने का नाम नहीं ले रहा है.

Updated on: 19 Jan 2023, 12:39 PM

highlights

  • जेडीयू के नेता आरजेडी पर हमलावर
  • तेजस्वी यादव पर निशाना
  • असमंजस में कांग्रेस
  • बीजेपी उठा रही मौके का फायदा

Patna:

आरजेडी ने अपने विधायक सुधाकर सिंह को नोटिस जारी कर दिया है. 15 दिनों में सुधाकर सिंह को इस नोटिस का जवाब देना है, लेकिन नोटिस जारी होने के बावजूद आरजेडी और जेडीयू में बयानबाजी का जो दौर शुरू हुआ है वह थमने का नाम नहीं ले रहा है. नोटिस मिलने के बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि अब महागठबंधन में खासतौर पर जेडीयू-आरजेडी में सारी चीजें सामान्य होंगी, लेकिन अभी भी प्रवक्ताओं में ठनी हुई है. बीजेपी, आरजेडी और जेडीयू नेताओं की इस नूरा कश्ती का जमकर मजा ले रही है. 

जेडीयू के नेता आरजेडी पर हमलावर
पहले सुधाकर सिंह और फिर चंद्रशेखर के बयान के बाद आरजेडी और जेडीयू में ठनी हुई है. दोनों पार्टी के नेता एक दूसरे पर जमकर बयानबाजी कर रहे हैं. ऐसा माना जा रहा था कि पूर्व मंत्री और आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह पर नोटिस जारी होने के बाद जेडीयू की तरफ से बयानबाजी रुक जाएगी, लेकिन अभी भी जेडीयू के नेता आरजेडी पर हमलावर हैं तो दूसरी तरफ आरजेडी के नेताओं का मानना है कि जेडीयू के प्रवक्ताओं के बयानों का कोई औचित्य कोई मायने नहीं है. उनके बयानों को वह गंभीरता से नहीं लेते. सुधाकर सिंह को नोटिस मामले पर आरजेडी के प्रवक्ता तो बोल रहे हैं, लेकिन जैसे ही चंद्रशेखर की बात आती है आरजेडी के नेता बीच का रास्ता निकालने लगते हैं. 

तेजस्वी यादव पर निशाना
आरजेडी प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव का साफ तौर पर मानना है कि महागठबंधन में जेडीयू के प्रवक्ता क्या बोलते हैं उसका कोई मायने नहीं है, लेकिन जेडीयू के फायर ब्रांड  प्रवक्ता अभिषेक झा ने शक्ति सिंह यादव को जवाब देते हुए कहा है कि उन्हें किसी सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है और जेडीयू में सारे नेताओं और सारे प्रवक्ताओं की लाइन एक ही होती है. इशारों इशारों में तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने यहां तक कह दिया कि हमारे यहां किसी बात पर बोलने के लिए खास व्यक्ति को ही अधिकृत नहीं किया जाता और जेडीयू के प्रवक्ताओं के बयानों को गंभीरता से लिया जाता है.

असमंजस में कांग्रेस 
आरजेडी और जेडीयू प्रवक्ताओं के बीच जो नूरा कुश्ती चल रही है उसमें कांग्रेस को बड़ी ही असहज और असमंजस वाली स्थिति में डाल दिया है. ऐसे बयानों पर कांग्रेस के बड़े नेताओं ने चुप्पी साध रखी है, लेकिन प्रवक्ताओं का कहना है कि ऐसी बयानबाजी से दोनों दलों के नेताओं को बचना चाहिए.

बीजेपी उठा रही मौके का फायदा
जेडीयू और आरजेडी प्रवक्ता ओं में जो बयानबाजी का दौर शुरू हुआ है उस पर बीजेपी खूब चुटकी ले रही है. बीजेपी का कहना है कि जेडीयू के प्रवक्ता जब खुलकर गठबंधन के साथियों के खिलाफ बोले तो यह जरूर मान लें कि यह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ही बोल हैं. बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह का कहना है कि महागठबंधन में सारी चीजें सही नहीं चल रही है और यहां पर होड़ लगी हुई है कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा और दोनों दलों के नेता एक दूसरे को नीचे गिराने में लगे हुए हैं.

माना यह जाता है कि जब-जब जेडीयू के प्रवक्ता अपने सहयोगियों पर हमलावर होते हैं तब तक गठबंधन टूटता है या फिर उसकी जड़ें कमजोर पड़ती हैं. अब देखने वाली बात है कि महागठबंधन समय के साथ सारी बातें सामान्य होती हैं या फिर यह लड़ाई आगे बढ़ती है और यह तो इस बात से माना जाएगा कि सुधाकर सिंह है आरजेडी के नोटिस पर क्या जवाब देते हैं और फिर आरजेडी उस पर क्या कार्रवाई करती है.

रिपोर्ट : रीतेश सिन्हा

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