बिहार में अगले साल विधासनभा चुनाव होने वाला है, उससे पहले प्रदेश में सियासी हलचलें तेज हो चुकी है. पक्ष-विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इस बीच प्रदेश के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने आरजेडी को लेकर विवादित बयान दिया है. उन्होंने आरजेडी को असुरों की पार्टी बता दिया. बता दें कि 10 सितंबर से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम पर निकल रहे हैं. इस कार्यक्रम में आरजेडी के कार्यकर्ता व नेता हरे गमछे में नजर नहीं आएंगे, बल्कि उसकी जगह हरी टोपी और बैज में दिखेंगे. आरजेडी के हरे गमछे पर बीजेपी और जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर पर तंज कस चुके हैं.
'आरजेडी असुरों की पार्टी है'
वहीं, शुक्रवार को बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने भी मीडिया के सवालों का बेबाकी से जवाब दिया. जब उनसे आरजेडी के हरे गमछे को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि राजद एक संस्कृति है, जो अराजकता, भय और समाज के अंदर उन्माद पैदा करता है. इनके गमछा को देखते ही लोग इनकी पहचान कर लेते हैं. पहले असुरों का सिंह निकला होता था. धीरे-धीरे सिंह और दांत गायब हो गया..
यह भी पढ़ें- JP Nadda bihar tour: दो दिवसीय बिहार दौरे पर जेपी नड्डा, 5 अस्पतालों का करेंगे उद्घाटन, नीतीश-तेजस्वी की मुलाकात के बाद अहम है दौरा
असुर कभी मानवहित का नहीं सोचते
दलितों को गरीबों को सताने वाले, समाज को लूटकर अकूच संपत्ति जमाकर अपने परिवार के जमींदारी चलाने वाले हैं. वह चेहरा छिपाना चाहते हैं, लोगों को बरगलाना चाहते हैं, पूरा समाज जान चुका है, जो हम बिहारी का सम्मान बढ़ाएगा, हम उन्हीं के साथ हैं,, बिहारी शब्द को जो गाली नहीं बनाएगा.. वो रंगभेद, जातिभेद करते रहेंगे... वो लोग असुर हैं और असुर कभी मानवहित में नहीं हो सकता...
2025 विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी घमासान
बिहार में 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश में सियासी घमासान मचा हुआ है. इसे लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां भी जोरशोर से तैयारी में जुटी हुई है. एनडीए की तरफ से नीतीश कुमार तो विपक्ष की तरफ से तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री चेहरा होंगे. वहीं, इस विधानसभा चुनाव में जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर भी राजनीति में एंट्री करने जा रहे हैं. पीके ने एमवाई वोट को साधने के लिए पहले ही यह घोषणा कर दी है कि वह आगामी विधानसभा चुनाव में 40 मुसलमान कैंडिडेट को टिकट देंगे. साथ ही महिला वोटर्स को लुभाने के लिए पार्टी में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की भी बात कही है.