बिहार में जेपी के संपूर्ण क्रांति दिवस को महागठबंधन ने एक नई राजनीतिक लड़ाई के आह्वाहन के लिए चुना है. लालू यादव की पार्टी राजद ने वाम दलों के साथ एक नए महागठबंधन की लकीर खींची है. बिहार सरकार पर आरोप पत्र जारी कर, नई लड़ाई की तैयारी और बापू सभागार में खिब गूंजी विपक्ष की आवाज़ और सरकार विरोधी नारे. बिहार की राजनीति में आज के ज्यादातर राजनीतिक दिग्गज जय प्रकाश नारायण के शिष्य रहे और 1974 के जे पी आंदोलन से निकले लालू यादव ने अपने राष्ट्रीय जनता दल के साथ वाम दलों को जोड़ा और एक मंच से सभी ने हल्ला बोला. लालू यादव नही पहुंचे मगर वर्चुअल सन्देश जरूर भेजा. उन्होंने कहा कि आज संपूर्ण क्रांति दिवस धूम धाम से मनाया जा रहा है. जेपी ने कहा था अंतिम पायदान पर खड़े लोगों को बराबरी पर लाना है. देश में तानाशाही के खिलाफ, फिरकापरस्त ताकत जो हैं इससे सिविल वॉर की स्थिति भाजपा के कारण हो रही है। आज सब से अपील की एकजुट होकर लड़ना है और हम जीतेंगे, हमलोग एकजुट है और लड़ेंगे.
इस मंच का इस्तेमाल वाम दलों ने भ खूब किया, बिहार से ज्यादा इनके निशाने पर केंद्र सरकार रही...सीपीआई के महासचिव डी राजा ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री को बने 8 साल हो गया, I am asking mr modi when u came for first time u said अच्छा दिन आएगा, मगर मोदी जी जवाब दो कहाँ है अच्छा दिन....मोदी जी सबका विकास,सबका साथ का बात किया,आज आप किसके साथ है,आप सिर्फ पूंजीवादी के साथ है. Rich poor divide in country...Bjp divide on this basis...
सीपीआई एमएल के महासचिव दिपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि आज स्पष्ट है, बीजेपी से लड़ने के लिए नया गठबंधन बना है. राजद के साथ सीपीआई, सीपीएम और सीपीआई एमएल ने मिलकर ये महागठबंधन बनाया है. आज अघोषित आपातकाल है, जिसका नाम अच्छे दिन है. हिंदुस्तान पर आज खतरा है, इसे बदला जा रहा है. बाबरी मस्जिद से बात ताजमहल और कुतुबमीनार तक बात जा पहुंची है.आज बच्चों को गलत बात सीखा रहे हैं, इन्हें आप गुलामी का प्रतीक बता रहे हैं, ये हमारे इतिहास का हिस्सा और आप ऐसी बात कर रहे हैं. ये क्या हो रहा है. हमारे सामने अब बड़ा खतरा है जिससे लड़ने के लिए दूसरी आज़ादी की लड़ाई लड़नी होगी। उतनी ही कुर्बानियां देनी होगी.
लालू यादव स्वास्थ्य कारणों से आये नहीं और तेजस्वी यादव ने इस मंच की अध्यक्षता कर महागठबंधन के अगुवाई का संदेश भी जोरदार तरीके से दिया. तेजस्वी यादव ने कहा कि लालू जी आज भी झुकने को तैयार नहीं है, पूरे देश मे लेफ्ट के साथ राजद एक ऐसी क्षेत्रीय पार्टी जिसने कभी घुटने नहीं टेके. हमारे आरोप पत्र के जरिये हमलोग आईना सरकार को दिखा रहे हैं और ये हमारा कर्तव्य है. बिहार में डबल इंजन नहीं बल्कि ट्रिपल इंजन की सरकार है. ये सरकार सिर्फ समाज मे जहर घोल रहा है. जितनी संवैधानिक संस्था है उनको अपने कब्जे में ले लिया गया है. कोई आवाज़ उठाता है तो उन्हें सीबीआई, ईडी से छापा दिलवा कर डराया जाता है. हमलोग डरते नही,लड़ने वाले लोग हैं. बिहार की सरकार नागपुर से चल रही है,यहां के मुख्यमंत्री कैद हैं. देश में सिर्फ हिन्दू,मुसलमान, मन्दिर मस्जिद की बात हो रही है,बेरोजगारी और महंगाई पर बात नही करने दिया जा रहा है. तेजस्वी और लालू जी के मन मे परिवार की बात होती ,बीजेपी से समझौता कर लेते तो आज हम मुख्यमंत्री होते,मगर हमलोग कभी समझौता नही कर सकते।
पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं बीजेपी से राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राजद को पहले लालू-राबड़ी राज के उस 15 साल का रिपोर्ट कार्ड जारी करना चाहिए , जब यहां अपहरण उद्योग बन गया था और अपराधियों के डर से बाजार शाम के बाद बंद हो जाते थी. सुशील मोदी ने कहा कि जहाँ पहले खेती नक्सलियों के कारण और उद्योग-व्यापार सत्तापोषित अपराधियों के चलते बर्बाद हो चुके थे, वहीं एनडीए सरकार आने पर खेती और उद्योग, दोनों को प्रोत्साहन मिला. नये-नये उद्योग लगाये जा रहे हैं. मोदी ने कहा कि उनके राज में चारा घोटाला, अलकतरा घोटला और बीएड डिग्री घोटाले होते थे, जबकि आज घोटालेबाजों के परिसरों पर छापे पड़ रहे हैं. एनडीए सरकार में एक भी घोटाला नहीं हुआ। राजद अपने शासन के घोटालों पर रिपोर्ट कार्ड जारी करे.
बिना कांग्रेस ये महागठबंधन अधूरी दिख रही थी और महागठबंधन में दलों की कमी सभी महसूस कर रहे थे,मगर विपक्ष अब इसे लंबी लड़ाई की आधारशिला मान रहा है. इस महासम्मेलन के मायने और यहां पहुंचे लोगों की मनोभावना को हमारे संवाददाता रजनीश सिन्हा ने टटोला.
Source : Rajnish Sinha