बिहार विधानसभा शीतकालीन सत्र के चौथे दिन आज आरक्षण संशोधन विधेयक पेश किया गया. जातीय गणना कराए जाने के बाद राज्य में आरक्षण का दायरा 75 फीसदी करने का प्रस्ताव दिया गया. जिसके बाद बीजेपी से लेकर सभी विपक्षी दलों ने भी इसका समर्थन किया और ये प्रस्ताव सदन में पारित हो गया. जातीय गणना की रिपोर्ट आने के बाद सरकार का ये कहना था कि इसे अब 15 फीसदी बढ़ा दिया जाए. इस बिल के आने के बाद अब बिहार के लोगों को काफी फायदा होगा.
आपको बता दें कि कैबिनेट के तरफ से इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल चुकी है. फिलहाल राज्य में ओबीसी, ईबीसी, एससी और एसटी वर्ग को 50 फीसदी ही आरक्षण मिल रहा है. जिसे अब 65 फीसदी किया जाएगा. वहीं, इसके अलावा ईडब्लूएस कैटगरी में अलग से 10 फीसदी आरक्षण मिलेगा. यानि कुल मिलाकर आरक्षण को 75 फीसदी बढ़ाया जायेगा.
सदन में फिर भड़के सीएम नितीश
वहीं, सदन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का फिर से नया रूप देखने को मिला है. पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी को लेकर उन्होंने बहुत ही अमर्यादित बयान दिया है. जैसे ही जीतनराम मांझी ने बोलना शुरू किया तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें सदन में ही ये कह दिया कि मेरी गलती थी जो आपको मुख्यमंत्री बना दिए वरना आपको कुछ आता है. उनके इस बयान के बाद एक बार फिर बवाल होना तय माना जा रहा है.