Bihar Politics: मांझी के बयान को लेकर रत्नेश सदा का हमला, कहा-उम्र का असर, बीजेपी ने कही समीक्षा की बात
बीते दिन बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के द्वारा बयान दिया गया, जहां पर उन्होंने कहा कि जो शराब, बालू, दारु, तारी खोलेगा उसको वोट देना चाहिए.
highlights
- मांझी के बयान को लेकर रत्नेश सदा का हमला
- रत्नेश सदा ने कहा-उम्र का असर
- बीजेपी ने कही समीक्षा की बात
Patna:
बीते दिन बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के द्वारा बयान दिया गया, जहां पर उन्होंने कहा कि जो शराब, बालू, दारु, तारी खोलेगा उसको वोट देना चाहिए. उनके इस बयान के बाद बिहार की सियासत गरमा गई है. शराबबंदी पर जीतन राम मांझी के बयान पर सियासत शुरू हो गई है. बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि निश्चित रूप से पुराने नियम की समीक्षा की जाएगी. वहीं, रत्नेश सदा ने मांझी के बयान को लेकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मांझी पर उम्र का असर हो रहा है. वहीं, कांग्रेस के शकील अहमद खाने ने भी इसके लिए मांझी पर निशाना साधा.
बीजेपी ने पुराने नियम की समीक्षा की कही बात
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि 2 तीन विषयों पर अपनी बातें रखी है और वास्तव में शराब बंदी को सब लोगों ने सर्व सहमति से लागू किया था, लेकिन इसके कई पक्ष हैं. खास करके समाज के अतिपिछड़े वर्गों का रोजगार खत्म हो गया और समाज का एक कमजोर तबका जेल में बंद है और आज वह जमानत कराने की स्थिति में नहीं है. तो कहीं न कहीं जो जीतन राम मांझी की चिंता को खत्म किया जाएगा, जब हमारी सरकार बनेगी तो समाज के पिछड़े वर्गों को परेशान किया जा रहा है उन सारी चीजों पर निश्चित तौर पर हम उसकी समीक्षा करेंगे.
ये भी पढ़ें-रफ्तार का कहर: तेज रफ्तार हाइवा ने तोड़ा दुकान व मकान, कई लोग घायल
रत्नेश सदा का हमला- मांझी पर उम्र
वहीं, इसको लेकर बिहार सरकार के मंत्री रत्नेश सादा ने कहा कि जीतन राम मांझी सठिया गए हैं और सठिया इसलिए गए हैं क्योंकि उनकी उम्र 70 साल से ऊपर हो गई है और उम्र का तकाज़ा हो गया है. वह कब क्या बोलेंगे वह अपने दिमाग को स्थिर नहीं रखते हैं, यह वही है जो शराब बंदी कानून जब लागू होना था 2016 मैं तो उन्होंने कसम खाई थी और कहा था कि पूर्ण शराब बंदी होना चाहिए, लेकिन फिर BJP के बहकावे में आकर अलग हो गए. फिर वापस नीतीश कुमार के पास आए. 2020 में और फिर बजट सत्र में उन्होंने अपने माता को लेकर कसम खाई थी कि नीतीश कुमार से दूर नहीं जाएंगे. इन्होंने समाज को बर्बाद कर दिया. सभी लोग जानते हैं कि यह भासिया गए हैं. अब इनकी कोई बात की वैल्यू नहीं.
शकील अहमद खां ने कहा-मांझी बुजुर्ग हो गए
वहीं, जीतन राम मांझी के बयान को लेकर कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खां ने कहा कि अब मांझी बुजुर्ग हो गए हैं और बुजुर्ग होने का फायदा उठा रहे हैं, तो उन पर बयान का पलटवार करना उचित नहीं है या फिर ये कहिए कि उनके बयान को कोई सीरियस नहीं लेता है. जो बिहार में सर्वे रिपोर्ट आयी है शराब बंदी के बाद के लोग यहां पर ज्यादा खुश हैं. सर्वे में औरतें जो है वो खुश हैं. साथ ही साथ बिहार में एक्सिडेंट के रेट घट गए जो परिवार दवा ज्यादा खरीदता था इन चक्करों की वजह से अब वो कम खरीदने लगा हैं. शराब ताड़ी की जगह अब लोग दूध खरीदने लगे हैं. समय लगता है समाज के सुधार में तो ये सारा मामला समाज के सुधार का है और इससे फायदा होगा और अधिकांश जगहों पर गाना बजता था तो शराब पीकर लोग उलटते थे तो ये सब चीज़ें अब कम हो गई हैं. मांझी की लेकर कहा कि वो आज कुछ बोलते हैं, कल कुछ बोल सकते हैं तो उनके बयान का पलटवार करना उचित नहीं.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Pramanand Ji Maharaj: प्रेमानंद जी महाराज के इन विचारों से जीवन में आएगा बदलाव, मिलेगी कामयाबी
-
Shri Premanand ji Maharaj: मृत्यु से ठीक पहले इंसान के साथ क्या होता है? जानें प्रेमानंद जी महाराज से
-
Maa Laxmi Shubh Sanket: अगर आपको मिलते हैं ये 6 संकेत तो समझें मां लक्ष्मी का होने वाला है आगमन
-
May 2024 Vrat Tyohar List: मई में कब है अक्षय तृतीया और एकादशी? यहां देखें सभी व्रत-त्योहारों की पूरी लिस्ट