दुष्कर्मी ने मौत की रची झूठी साजिश, 4 साल बाद चिता से उठ खड़ा हुआ मुर्दा

इसीपुर बाराहाट थाना क्षेत्र के मधुरा सिमानपुर निवासी शिक्षक नीरज मोदी पर 14 अक्टूबर 2018 को दुष्कर्म का केस दर्ज किया गया था.

इसीपुर बाराहाट थाना क्षेत्र के मधुरा सिमानपुर निवासी शिक्षक नीरज मोदी पर 14 अक्टूबर 2018 को दुष्कर्म का केस दर्ज किया गया था.

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Vineeta Kumari
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4 साल बाद जिंदा हुआ मुर्दा( Photo Credit : News State Bihar Jharkhand)

इसीपुर बाराहाट थाना क्षेत्र के मधुरा सिमानपुर निवासी शिक्षक नीरज मोदी पर 14 अक्टूबर 2018 को दुष्कर्म का केस दर्ज किया गया था. आरोप था कि उसने अपनी छात्रा के साथ गंदा काम किया है. पिता राजाराम मोदी ने बेटी को सजा से बचाने के लिए उसकी मौत की झूठी कहानी गढ़ी. बेटे की झूठी कहानी को सच दिखाने के लिए उसे बाकायदा कफन पहनाया. चिता पर आंखें बंद कर लिटा दिया, दाह संस्कार के लिए खुद भी कफन का लबादा ओढ़ लिया. उन्होंने इसलिए यह कहानी रची थी कि छात्रा से दुष्कर्म मामले में सजा से बच जाए. अपनी मौत की झूठी कहानी रचने वाले शिक्षक नीरज मोदी ने सोमवार को अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया. विशेष पोक्सो न्यायालय पहुंचे नीरज को विशेष न्यायाधीश ने उसके अधिवक्ता की तरफ से प्रस्तुत अर्जी का अवलोकन करते हुए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. पूरे कारनामा में उसके पिता ने भरपूर साथ दिया था.

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दरअसल, दोनों बाप बेटा की इस नाटकीय साजिश का भंडाफोड़ दुष्कर्म पीड़िता और उसकी मां ने कर दिया. पीड़िता की मां इस केस की वादी भी थी. बेटी के साथ हुई ज्यादती से दुखी मां को जब आरोपी के पिता के नाटकीय खेल पता चला तो वह प्रखंड विकास पदाधिकारी पीरपैंती को एक अर्जी दे गलत मृत्यु प्रमाण पत्र उनके कार्यालय से जारी होने की जानकारी दी और मामले में जांच की गुहार लगाई.  इधर वीडियो ने मामले की जांच शुरु करवा दी. जांच में सच सामने आ गया. पता चला कि आरोपी के पिता ने फर्जी प्रमाण पत्र बनवाया था.

BDO ने जन्म एवं मृत्यु के रजिस्ट्रार धर्मेंद्र कुमार को नीरज मोदी के गलत साक्ष्य के आधार पर जारी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के आरोप में पिता राजाराम मोदी के विरुद्ध केस दर्ज कराने और निर्गत मृत्यु प्रमाण पत्र को रद्द करने की अनुशंसा की थी. 21 मई 2022 को BDO के निर्देश पर 24 घंटा के अंदर आरोपी नीरज मोदी के पिता राजा मोदी पर धोखाधड़ी समेत अन्य आरोप में इसीपुर बाराहाट में केस दर्ज कर लिया गया. इस मामले में नीरज के पिता अभी जेल में हैं, मृत्यु प्रमाण पत्र भी रद्द कर दिया गया है.

उक्त प्रमाण पत्र के रद्द होने की विधिवत जानकारी मिलने के बाद विशेष पोक्सो न्यायधीश लवकुश कुमार ने इसीपुर बाराहाट थाना अध्यक्ष से दुष्कर्म के आरोपी शिक्षक नीरज मोदी के जीवित रहने यह मृत्यु हो जाने के संबंध रिपोर्ट 23 जुलाई 2022 को मांगी. 

अंतिम संस्कार की झूठी पर्ची भी पिता ने कटवाई
इसीपुर बाराहाट थाना क्षेत्र के मधुरा निवासी शिक्षक नीरज मोदी पर 14 अक्टूबर 2018 को दुष्कर्म का केस दर्ज किया गया. आरोप था कि उसने अपनी छात्रा के साथ गंदा काम किया है. इसको लेकर आरोपी शिक्षक के पिता ने सजा से बचाने के लिए झूठी मौत की कहानी रची. उन्होंने शमशान से फर्जी चिट्ठी भी कटवाई ताकि पुलिस को इसकी भनक न लगे और उसे सजा ना मिले. मौत की झूठी कहानी के बाद कोर्ट में शपथ पत्र भी पेश की थी. जिसके बाद में न्यायालय ने केस की फाइल बंद कर दी थी.

Source : News State Bihar Jharkhand

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