बिहार पुलिस की कार्रवाइयों की जानकारी को पुलिस द्वारा बड़ी ही सिद्दत के साथ साझा करके अपनी वाहवाही लूटी जाती है लेकिन जमीनी हकीकीत कुछ और है. बिहार में रेप और हत्या जैसे संगीन वारदात हो जाते हैं और पुलिस मुकदमा तक नहीं दर्ज करती. ताजा मामले में सहरसा जिले की पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है. दरअसल, सलखुआ थाना इलाके में एक 6 साल की बच्ची का अपहरण हो जाता है, परिजन तहरीर लेकर थाने पहुंचते हैं और पुलिस उन्हें भगा देती है. अब उसी बच्ची का शव खेत में मिलता है और बच्ची के साथ रेप होने की पूरी-पूरी आशंका है. मामले में बच्ची के पड़ोस में रहने वाले एक शख्स के दामाद पर आरोप है लेकिन पुलिस द्वारा अपहरण के बाद मासूम बच्ची के साथ रेप व उसकी हत्या से जुड़ा मुकदमा समाचार प्रेषण तक नहीं किया गया था.
दो दिन से बच्ची थी लापता
जिस बच्ची का शव मिला है वह बच्ची बीते दो दिन से लापता था. बच्ची के परिजनों द्वारा उसके अपहरण की आशंका जताते हुए पड़ोस के रहने वाले एक शख्स के दामाद के खिलाफ तहरीर दी गई थी लेकिन पुलिस ने उनकी तहरीर को गंभीरता से नहीं लिया. अब जब रेप के बाद बच्ची का शव बरामद हो गया है तो भी शव बरामदगी के 24 घंटा बीत जाने के बाद भी पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है.
बच्ची का पहले अपहरण फिर रेप और बाद में हत्या
सहरसा का सलखुआ थाना क्षेत्र में ये शर्मनाक वारदात हुई है. यहां छोटे कस्बे में एक बच्ची 16 मार्च को अचानक लापता हो जाती है. बच्ची के परिजन पुलिस के समक्ष तहरीर लेकर जाते हैं लेकिन सुनवाई नहीं की जाती. जिसके बाद 18 मार्च को बच्ची का शव एक खेत में मिलता है लेकिन पुलिस कार्रवाई करने की बजाय उसके शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप देती है. पुलिस द्वारा ना तो कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया जाता है और ना ही मुकदमा दर्ज किया जाता है.
रिपोर्ट: मथुरेश कुमार
HIGHLIGHTS
- सहरसा पुलिस की बड़ी लापरवाही
- लापता बच्ची की नहीं की तलाश
- दो दिन बाद बच्ची की खेत में मिली लाश
- दुष्कर्म के बाद बच्ची की हत्या की आशंका
- सलखुआ थाना क्षेत्र का मामला
Source : News State Bihar Jharkhand