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पासवान के निधन के बाद राज्यसभा की खाली सीट पर राजग में असमंजस

लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) जहां इस सीट पर पासवान की पत्नी रीना पासवान को देने की मांग की है, वहीं जदयू के नेता इस मामले में भाजपा के पाले में गेंद डाल दी है.

Updated on: 26 Nov 2020, 11:04 AM

पटना:

लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के संस्थापक और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन के बाद रिक्त हुई राज्यसभा सीट को लेकर राजग में असमंजस है. केंद्र में भाजपा की सहयोगी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) जहां इस सीट पर पासवान की पत्नी रीना पासवान को देने की मांग की है, वहीं जदयू के नेता इस मामले में भाजपा के पाले में गेंद डाल दी है. वैसे, भाजपा की भी नजर इस सीट पर लगी हुई है. लोजपा के मीडिया प्रभारी कृष्णा सिंह कल्लू ने कहा कि रामविलास पासवान की पत्नी रीना पासवान को राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाना स्वर्गीय पासवान के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी. उन्होंने कहा कि इस संबंध में एक पत्र भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजा है.

राजग की ओर से रामविलास पासवान की जगह कौन राज्यसभा जाएगा, इसे लेकर राजग के घटक दलों की ओर से कोई भी ज्यादा खुलकर नहीं बोल रहा है. लोजपा ने जिस तरह से बिहार विधानसभा चुनाव में अकेले उतरकर जदयू और भाजपा को नुकसान पहुंचाया है, उससे लोजपा के हिस्से में इस सीट के जाना आसान नहीं दिख रहा है. उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव में लोजपा के अध्यक्ष चिराग पासवान जिस तरह से जदयू के प्रमुख नीतीश कुमार पर निशाना साधा है उस स्थिति में यह तय है कि लोजपा के प्रत्याशी को जदयू समर्थन नहीं देगी.

जदयू के नेता अशोक चौधरी कहते हैं कि लोजपा ने न केवल जदयू को बलिक कई सीटों पर भाजपा को भी नुकसान पहुंचाया है. उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में लोजपा को समर्थन देने की बात बेमानी है. जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह भी लोजपा को राजग से बाहर निकालने की बात कह चुके हैं. उन्होंने इसके लिए भाजपा को निर्णय लेने की बात कही है. ऐसे में बिना राजग के समर्थन के उसके प्रत्याशी को राज्यसभा जाना मुश्किल है. इधर, भाजपा के एक नेता इस संबंध में कुछ नहीं कहते हैं. भाजपा के एक नेता कहते हैं कि इस पर केंद्रीय नेतृत्व को फैसला लेना है. इधर, इस सीट पर भाजपा के सुशील कुमार मोदी की भी दावेदारी कही जा रही है.