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रामचरितमानस विवाद: चंद्रशेखर का साथ देकर बुरे फंसे जगदानंद सिंह, कोर्ट में दर्ज हुआ परिवाद

जगदानंद सिंह के खिलाफ मुंगेर के जिला न्यायालय में परिवाद दायर किया गया है.

Updated on: 20 Jan 2023, 02:39 PM

highlights

  • चंद्रेखर का बयान देकर बुरे फंसे जगदानंद
  • मुंगेर कोर्ट में दर्ज हुआ परिवाद

Munger:

रामचरितमानस मानस विवाद में बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर के समर्थन में बयान देकर आरजेडी बिहार अध्यक्ष जगदानंद सिंह बुरे फंस गए हैं. पहले तो प्रोफेसर चंद्रशेखर के ही खिलाफ विभिन्न जिलों की न्यायलयों में मुकदमें दर्ज कराए जा रहे थे लेकिन अब जगदानंद सिंह के खिलाफ भी मामले दर्ज कराए जाए रहे हैं. जगदानंद सिंह के खिलाफ मुंगेर के जिला न्यायालय में परिवाद दायर किया गया है. प्रो. चंद्रशेखर के साथ साथ उनके बयान का समर्थन करने पर हिंदू जागरण मंच ने मुंगेर सिविल कोर्ट में जगदानंद सिंह के खिलाफ परिवाद दायर किया है.

बताते चलें कि बीते दिनों पटना में आयोजित नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने  रामचरितमानस को समाज में नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताया था. वहीं, शिक्षा मंत्री की फजीहत के बावजूद बिहार आरजेडी के अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने उनका समर्थन किया था और कहा था कि पूरी आरजेडी मंत्री प्रो. चंद्रशेखर के साथा है.

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अब मुंगेर में हिंदू जागरण मंच की तरफ से शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के अलावा जगदानंद सिंह के खिलाफ भी न्यायालय में परिवाद दायर किया गया है. हिंदू जागरण मंच मुंगेर के विधि प्रमुख अधिवक्ता आशीष कुमार ने बताया कि रामायण को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ कहकर सनातन धर्म का अपमान किया गया है. परिवादी भावेश चौधरी और सनातन समाज के लोगों की धार्मिक आस्था को गहरा ठेस पहुंचा है.

क्या कहा था जगदानंद सिंह ने ?


बिहार के शिक्षामंत्री प्रो. चंद्रशेखर को बिहार के आरजेडी अध्यक्ष जगदानंद का समर्थन मिला है. जगदानंद ने कहा था कि आरजेडी पूरी तरह से प्रो. चंद्रशेखर के साथ खड़ी है और कमंडल वालों के खिलाफ हमारी मुहिम जारी रहेगी.

इससे पहले शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने एक बार फिर से अपने बयान पर कायम रहने की बात कहते हुए कहा कि मेरा बयान बहुजनों के हक में है और मैं उस पर अडिग व कायम रहूंगा. ग्रंथ की आड़ में गहरी साजिश से देश में जातीयता व नफरत का बीज बोने वाले बापू के हत्यारों के प्रतिक्रिया की परवाह नहीं करता. वे इस कटु सत्य को भी विवादित बयान समझते हैं तो यह उनकी समझ हो सकती है.