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सातवीं के परीक्षा प्रश्न पत्र पर सवाल, देशों की लिस्ट में भारत के साथ कश्मीर का नाम

बिहार के किशनगंज में शिक्षा विभाग का एक और मामला उजागार हुआ है. किशनगंज जिले में कक्षा 7वीं की अर्द्धवार्षिक परीक्षा के पेपर पर ये पूरा बवाल हुआ है. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा ली गई परीक्षा में कश्मीर को अलग देश बताकर सवाल पूछा गया है.

Updated on: 19 Oct 2022, 01:43 PM

Kishanganj:

बिहार के किशनगंज में शिक्षा विभाग का एक और मामला उजागार हुआ है. जिससे केवल बिहार ही नहीं बल्कि पुरे देश पर असर पड़ सकता है. जिसको लेकर अब पुरे बिहार में विरोध शुरू हो चुका है. साथ ही नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला जा रहा है.  किशनगंज जिले में कक्षा 7वीं की अर्द्धवार्षिक परीक्षा के पेपर पर ये पूरा बवाल हुआ है. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा ली गई परीक्षा में कश्मीर को अलग देश बताकर सवाल पूछा गया है.

प्रश्न पत्र में सवाल पूछा गया कि इन देशों के लोगों को क्या कहते हैं, जिसमें चीन, नेपाल, इंग्लैंड और भारत के साथ कश्मीर का विकल्प भी दिया गया है. यानी कि पेपर में कश्मीर को भारत से अलग एक दूसरा देश बताया गया है.

हेड टीचर ने बताया मानवीय भूल

स्कूल के हेड टीचर एस के दास ने बताया कि यह मानवीय भूल है. उन्होंने कहा कि उन्हें यह बात बिहार शिक्षा बोर्ड के माध्यम से पता चली है. सवाल पूछना था कि कश्मीर के लोगों को क्या कहा जाता है? गलती से पूछा गया कि कश्मीर देश के लोगों को क्या कहा जाता है? यह मानवीय भूल थी. 

बीजेपी ने साधा निशाना 

इस मामले के सामने आने के बाद बीजेपी ने नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला. भाजपा अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने फेसबुक पर पोस्ट करते हुए कहा कि प्रश्न ही बताता है कि बिहार सरकार के सरकारी पदाधिकारी और बिहार सरकार कश्मीर को भारत का अंग नहीं मानती है. इसका सबूत सातवीं कक्षा का बिहार शिक्षा परियोजना परिषद का प्रश्न पत्र है जो बच्चों के दिमाग में यह डालने का काम कर रहा है कि जिस प्रकार चीन, इंग्लैंड, भारत, नेपाल एक देश हैं वैसे ही कश्मीर भी एक राष्ट्र है.

ABVP ने जताया विरोध

ABVP कार्यकर्ताओं ने भी कश्मीर को अलग राष्ट्र बताए जाने पर विरोध जताया है. गुस्साए ABVP कार्यकर्ताओं ने बिहार शिक्षा परियोजना कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन किया और जिला शिक्षा पदाधिकारी के सामने ही मुर्दाबाद के नारे लगाकर मामले पर सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है. इस दौरान ABVP जिला संयोजक ने आरोप लगाते हुए कहा कि ये एक सोची समझी साजिश के तहत किया गया है. क्योंकि ये एक मुस्लिम बहुल जिला है. वहीं, हंगामा बढ़ता देख जिला शिक्षा पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और कार्यकर्ताओं को जांच कर कारवाई का भरोसा दिया.

शिक्षा मंत्री ने जांच के दिए आदेश

प्रश्नपत्र वायरल मामले में शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर प्रसाद ने सफाई देते हुए कहा की जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई होगी जांच का आदेश दे दिया गया है. डीएम को पुरे मामले की जांच पड़ताल करने को कहा गया है. अगर गलती पाई गई तो दोषियों को सजा जरूर होगी. 

वहीं, बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार में कहा कि इसकी पूरी जानकारी उनके पास नहीं है लेकिन यदि इसे सही पाया गया तो दोषी अधिकारी पर कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि कश्मीर भारत का हिस्सा है और रहेगा. दूसरी तरफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के बयान पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा की जब सत्ता में वह भागीदार थे तब सब कुछ ठीक था. अब सबकुछ गड़बड़ हो गया है. जनता सब जान रही है.

पहली बार नहीं हुई है गलती 

ये गलती पहली बार नहीं हुई है. आज से 5 साल पहले 2017 में भी यही गलती हुई थी. सवाल भी यही थे और हैरानी की बात है की तब भी 7वीं की अर्द्धवार्षिक परीक्षा में ही ये सवाल पूछे गए थे. लेकिन तब मामला हाजीपुर का था. हाजीपुर में यह मामला उजागर होने के बाद वहां सर्व शिक्षा अभियान के डीपीओ संग्राम सिंह ने इसे मानवीय भूल करार दिया था और कहा था कि भविष्‍य में ऐसी गलती नहीं होगी लेकिन एक बार फिर वहीं गलती दुहराई गई है.