logo-image

जेल में बंद कैदियों ने भी भगवान भास्कर को दिया अर्घ्य, प्रशासन के तरफ से की गई सारी व्यवस्था

बिहार के जालों में बंद कैदियों ने भी इस पर्व को मनाया. जेल में ही उनके लिए सारे इंतेजाम किए गए थे.आज कुल 838 कैदियों ने भी उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया. इनमें 361 महिला एवं 476 पुरुष शामिल हैं.

Updated on: 31 Oct 2022, 10:16 AM

Patna:

बिहार के लोगों के लिए छठ पूजा काफी महत्व रखता है. आज चार दिनों तक चलने वाले इस महापर्व का समापन हो गया. बिहार के जालों में बंद कैदियों ने भी इस पर्व को मनाया. जेल में ही उनके लिए सारे इंतेजाम किए गए थे.आज कुल 838 कैदियों ने भी उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया. इनमें 361 महिला एवं 476 पुरुष शामिल हैं. इतना ही इस पर्व की इतनी महिमा है कि मुस्लिम कैदियों ने भी छठ पूजा मनाया और व्रत भी रखा.  

पटना के बेऊर जेल में 22 बंदियों ने उगते हुए भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया।वहीं, मुजफ्फरपुर जेल में सबसे ज्यादा 169 बंदी छठ व्रत किया. सीतामढ़ी में 117, मोतिहारी में 112, दरभंगा में 85, मुंगेर मंडल कारा में 16,कटिहार में 12, लखीराय मंडल कारा में 4, सासाराम मंडल कारा में 9 बंदी व अन्य जेलों में भी बंदी ने भी इस बार छठ व्रत किया. इनमें महिला और पुरुष दोनों शामिल हैं.

छठ करने वाले इन बंदियों में कुछ मुसलमान भी हैं. छठ महापर्व के मौके पर जेल प्रशासन ने व्रत करने वाली महिला और पुरुष बंदियों के लिए विशेष इंतजाम किए. भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के लिए जेल में ही कृत्रिम तालाबों का निर्माण कराया गया. पर्व से जुड़ी पूजन सामग्री भी उपलब्ध कराई गई. आज जेलों में छठ की अद्भुत छठा देखने को मिली. व्रत करने वाले बंदियों ने भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया और छठी मईया से मनोकामना पूर्ण करने की कामना की.