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कैदी की संदिग्ध स्थिति में मौत, परिजनों ने की निष्पक्ष जांच की मांग( Photo Credit : News State Bihar Jharkhand)
रोहतास जिले के कच्छावा थाना के द्वारा कथित तौर पर शराब मामले में गिरफ्तार एक युवक की मौत के बाद परिजनों के द्वारा निष्पक्ष जांच की मांग की गई है. परिजनों का आरोप है कि उसे मंडल कारागार के अंदर इतना प्रताड़ित किया गया, जिसके बाद उसकी मौत हो गई. परिजनों के अनुसार गिरफ्तारी के समय संजय कुमार बिल्कुल स्वस्थ था. उसने अपने परिजनों के साथ बात भी की थी. कहीं से नहीं लग रहा था कि उसकी तबीयत खराब है. इसके बाद थाना से मंडल कारागार पहुंचते ही उसकी तबीयत खराब कैसे हो गई. इसी मामले को लेकर परिजनों के द्वारा पहले तो शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार किया गया. इसके बाद पोस्टमार्टम हो जाने पर भी करीब 24 घंटे तक शव को सदर अस्पताल परिसर में रखकर निष्पक्ष जांच की मांग की जाती रही हैं.
भीम आर्मी के नेता अमित पासवान के अनुसार सासाराम मंडल कारागार में व्यवस्थाओं का आलम यह है कि किसी भी बंदी कैदी की जान सुरक्षित नहीं है. खासकर गरीब बंदी कैदियों के साथ अमानवीय व्यवहार किया जाता है और जेल प्रशासन के द्वारा किए गए अमानवीय व्यवहार का शिकार संजय कुमार हो गया है. अमित पासवान के अनुसार जेल के अंदर संजय कुमार को प्रताड़ित किया गया और उसे समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण उसकी मौत अस्पताल हो गई.
हालांकि उन्होंने इसको लेकर निष्पक्ष जांच कराने की मांग तो की है फिर भी उनकी कोशिश है कि किसी तरह से मृतक के परिजनों को जो मुआवजा है, वह मिल जाए और इसके लिए उन्होंने जिलाधिकारी से भी जांच करने की बात कही है. अब देखना यह होगा कि जिस तरह से परिजनों के द्वारा आरोप लगाए जा रहे हैं, उस आरोप कि किस तरह से जांच होती है और क्या कुछ निकल कर सामने आता है.
रिपोर्टर- मिथिलेश कुमार
Source : News Nation Bureau