प्रिंसिपल ने स्कूल को बनाया शराबियों का अड्डा, कमरा खोलते ही जांच टीम के उड़े होश
बिहार में शराबबंदी को सफल बनाने के लिए कई तरह के कानून लाए गए हैं. जिसके पालन को लेकर भी आदेश जारी होते हैं.
Darbhanga:
बिहार में शराबबंदी को सफल बनाने के लिए कई तरह के कानून लाए गए हैं. जिसके पालन को लेकर भी आदेश जारी होते हैं. बावजूद इसके बिहार में शराब का खेल रुकने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला दरभंगा जिले के मनीगाछी प्रखंड के प्राइमरी स्कूल का है. जहां ADM पुष्पिता झा जब जांच के लिए स्कूल पहुंची तो स्कूल के एक कमरे में दो युवक शराब पी रहे थे. जानकारी के अनुसार सब कुछ प्रिंसिपल साजदा खातून और उनके पति के संरक्षण में होता है. हालांकि दोनों नशेड़ी मौके का फायदा उठाकर फरार हो गए.
दरअसल, बिहार सरकार के मुख्य सचिव के निर्देशालोक में बुधवार को जांच के लिए वरीय उपसमाहर्ता पुष्पिता झा मनीगाछी प्रखंड के मकरंदा गांव स्थित प्राथमिक स्कूल पहुंची. जांच के दौरान वरीय उपसमाहर्ता ने भवन की ऊपरी मंजिल के बंद कमरे को प्रभारी प्रधानाध्यापिका साजदा खातून से खोलने को कहा तो वह आनाकानी करने लगी. जिससे जांच अधिकारी को संदेह होने पर बंद कमरे को खोलने के लिए दबाव डालने पर प्रधानाध्यापिका के पास रखी चाबी से कमरा खोला गया. कमरा खुलते ही कमरे का नजारा देखकर वरीय उपसमाहर्ता पुष्पिता झा अचंभित हो गई.
कमरे के अंदर दो युवक शराब पी रहे थे. उनके पास शराब की बोतल, सिगरेट, माचिस, बिछावन आदि पाया गया. वरीय उपसमाहर्ता पुष्पिता झा ने तत्काल इसकी सूचना जिलाधिकारी और जिला शिक्षा पदाधिकारी को दी. इसके बाद जांच अधिकारी ने बीडीओ और थानाध्यक्ष को सूचित कर विद्यालय आने को कहा. हालांकि दोनों नशेड़ी मौका का फायदा उठाकर फरार हो गए. दोनों नशेबाज युवक की पहचान मकरन्दा मुसहरी टोला के ही प्रकाश सदाय और मिथलेश सदाय के रूप में हुई है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार स्कूल में शराब पिलाने का काम प्रधानाध्यापिका साजदा खातून और उसके शौहर मोहम्मद मुख्तार के संरक्षण में चल रहा था. साजदा खातून क्लास रूम में शराबियों को भेजकर बाहर से ताला लगा देती थी. इसकी चाबी वह अपने पास ही रखती थी. शराबियों की सहूलियत के लिए कमरे में एक बिछावन भी लगा था. वहीं, वरीय उपसमाहर्ता डीएम के निर्देश पर विद्यालय परिसर में नशा का अड्डा बनाने, नशेड़ियों को अवैध संरक्षण देने के आरोप में प्रखंड के बीडीओ और बीईओ को तत्काल प्रभाव से प्रधानाध्यापिका को निलंबन करने और अन्य पदस्थापित शिक्षकों और कर्मियों से स्पष्टीकरण मांगने का निर्देश दिया है.
रिपोर्ट : अमित कुमार
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