बिहार सरकार भले ही राज्य में स्वास्थ्य सेवा की स्थिति में लगातार सुधार का दावा कर रही हो, परंतु शुक्रवार की रात बिहार के सीतामढ़ी जिले में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई। सुविधा के अभाव में एक प्रसूता को कड़ाके की ठंड के बीच जिलाधिकरी आवास के सामने सड़क पर ही बच्चे को जन्म देना पड़ा।
सीतामढ़ी के एक अधिकारी के अनुसार, सुभई गांव की रहने वाली गर्भवती महिला सुनैना को रात में प्रसव पीड़ा के बाद उसके परिजन जिला के डुमरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में भर्ती कराने पहुंचे। आरोप है कि केंद्र में कोई चिकित्सक उपलब्ध नहीं होने के कराण वहां के स्वास्थ्कर्मियों ने प्रसूता को भर्ती करने से इनकार करते हुए उसे कहीं और ले जाने की सलाह दी। इतनी ही नहीं, प्रसूता को ले जाने के लिए एंबुलेंस भी उपलब्ध नहीं कराया गया।
देर रात कोई सवारी नहीं मिलने के कारण प्रसूता किसी तरह पैदल दूसरे अस्पताल के लिए निकली। लेकिन रास्ते में जिलाधिकारी आवास के सामने आते-आते उसका हौसला जवाब दे गया और उसने वहीं सड़क पर ही बच्चे को जन्म दे दिया।
केंद्र के चिकित्सक डॉ.कुणाल ने शनिवार को बताया कि महिला के गर्भ में बच्चा उल्टा था, इसलिए उसे दूसरे अस्पताल में रेफर किया गया था। जहां तक एंबुलेंस की बात है, अस्पताल में इसकी सुविधा नहीं है।
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इधर, जिलाधिकारी राजीव रौशन ने जच्चा-बच्चा को भर्ती करने का आदेश दिया है तथा जिले के सिविल सर्जन से पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है
Source : IANS