बिहार के छपरा में जहरीली शराब पीने से हुई 39 लोगों की मृत्यु पर प्रशांत किशोर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शोक व्यक्त किया. इसके साथ ही शराबबंदी को एक विफल योजना बताते हुए प्रशांत किशोर ने 48 घंटे के भीतर इसे रद्द करने की मांग की. प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार, भाजपा और तेजस्वी यादव तीनों पर जमकर निशाना साधा और इन सभी को शराबबंदी की विफलता के लिए जिम्मेदार ठहरा दिया. मीडिया से बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि वह पहले हैं, जिन्होंने शराबबंदी पर मुखर आवाज उठाई है. जो भाजपा के लोग आज विधानसभा में हंगामा कर रहे हैं, उन्होंने 5 साल तक जदयू के साथ मिलकर शराबबंदी का समर्थन किया. भाजपा पर हमला बोलते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि अब इस पर भाजपा से सवाल नहीं कर रहा है कि जब आप सरकार में थे तो आपने शराबबंदी को हटाने के लिए कोई काम क्यों नहीं किया.
इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में जितने भी राजनीतिक दल हैं, उन्हें शराबबंदी को लेकर अपना पक्ष स्पष्ट कर देना चाहिए. भाजपा के बाद प्रशांत किशोर ने तेजस्वी पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब ये विपक्ष में थे तब शराबबंदी को लेकर नीतीश सरकार पर हमलावर होते थे. आज जब खुद सरकार में हैं तो शराबबंदी को सही बता रहे हैं.
नीतीश कुमार के लोग खुद पीते हैं शराब
जन सुराज पदयात्रा के 75वें दिन नीतीश कुमार पर हमला करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार के आस-पास रहने वाले लोग खुद शराब पीते हैं. नीतीश कुमार के सामने लंबी-लंबी बाते करते हैं और वे अफसर खुद शराब पीते हैं.
शराबबंदी कानून को 48 घंटे के भीतर ले लेना चाहिए वापस
इतना ही नहीं प्रशांत किशोर ने शराबबंदी कानून को 48 घंटे में वापस लेने की बात भी कही. उन्होंने कहा कि अगले 48 घंटे में नीतीश कुमार को शराबबंदी कानून वापस ले लेना चाहिए.
HIGHLIGHTS
- शराबबंदी कानून को 48 घंटे के भीतर ले लेना चाहिए वापस
- प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव और भाजपा पर साधा निशाना
Source : News State Bihar Jharkhand