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प्रशांत किशोर का बड़ा बयान, कहा- 'बिहार सरकार चाहती है कि समाज में लोग आपस में लड़ते-झगड़ते रहें'

चुनावी रणनीतिकार और जनसुराज यात्रा प्रशांत किशोर एक बार फिर अपने बयानों को लेकर चर्चा में हैं. इन दिनों बिहार की सियासत गरमाई हुई है, इसी बीच प्रशांत किशोर ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ-साथ अब तेजस्वी यादव पर भी निशाना साधा है.

Updated on: 16 Aug 2023, 04:54 PM

highlights

  • प्रशांत किशोर का बड़ा बयान
  • कहा- 'CM नीतीश कुमार पर उम्र का असर है'
  • 'बिहार सरकार चाहती है कि समाज में लोग लड़ते रहें'

 

 

Samastipur:

चुनावी रणनीतिकार और जनसुराज यात्रा प्रशांत किशोर एक बार फिर अपने बयानों को लेकर चर्चा में हैं. इन दिनों बिहार की सियासत गरमाई हुई है, इसी बीच प्रशांत किशोर ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ-साथ अब तेजस्वी यादव पर भी निशाना साधा है. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर नीतीश कुमार ने गांधी मैदान से अपनी तमाम योजनाएं गिनाईं, साथ ही अपने विकास कार्यों की जमकर तारीफ की और बताया कि प्रशांत किशोर इन दिनों सरकार को घेरने में लगे हुए हैं.

हालांकि, प्रशांत किशोर ने नीतीश के विकास के दावों की पोल खोलते हुए समाज के लोगों से इन नेताओं से कोई उम्मीद न रखने की अपील की. साथ ही उन्होंने कहा कि, ''तेजस्वी यादव जैसे लोग चाहते हैं कि समाज में लोग आपस में लड़ते-झगड़ते रहें, ताकि अगर समाज पिछड़ा रहेगा तो लोग 9वीं पास आदमी को अपना नेता मानेंगे. आगे कहा कि, आज देश में भष्टाचार कहां नहीं है? सब नेता झूठ बोल रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद आज बिहार जैसी भयावह स्थिति देश के किसी राज्य में नहीं है. क्या तमिलनाडु, महाराष्ट्र, केरल जैसे राज्यों से कोई बिहार आकर मजदूरी कर रहा है ? लेकिन बिहार के लोग जानवरों की तरह ट्रेनों में काम करने जा रहे हैं.''

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इसके साथ ही आपको बता दें कि आगे प्रशांत किशोर ने नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा कि, ''आपने कभी इनको किसी फैक्ट्री बनाने को लेकर चर्चा करते सुना है. नीतीश कुमार को बिहार की जनता ने जो काम दिया है वो नहीं कर रहे. बाकी बेकार की चीजों में इनका पूरा ध्यान रहता है.'' वहीं कहा कि, ''अगर आप नीतीश कुमार को ध्यान से देखेंगे तो पता चलेगा कि उन पर उम्र का असर हो गया है. उनके पिछले एक साल के पुराने भाषण पर नजर डालें तो पता चलेगा कि वह हर बात को जलेबी की तरह घुमाते रहते हैं. ऐसा लगता है कि कहना कुछ चाहते हैं, कुछ और बोलें और चले जाएं.''