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कांग्रेस भी 'पोस्टर वॉर' में उतरी, जेडीयू ने लालू को दिया जवाब

बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर नए साल की शुरुआत के साथ राजनीतिक दलों के बीच 'पोस्टर पॉलिटिक्स' जारी है.

Updated on: 04 Jan 2020, 01:11 PM

पटना:

बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर नए साल की शुरुआत के साथ राजनीतिक दलों के बीच 'पोस्टर पॉलिटिक्स' जारी है. सत्ताधारी जेडीयू और विपक्षी दलों के बीच 'पोस्टर वॉर' छिड़ा हुआ है. राजधानी पटना में एक बार फिर पोस्टर लगाए गए हैं. अलग-अलग जगहों पर दो पोस्टर लगे हैं, जिसमें से एक पोस्टर आरजेडी और दूसरे कांग्रेस की ओर से लगाया गया है. जेडीयू के पक्ष में पोस्टर किसने लगाया है, इसकी जानकारी नहीं है. जबकि कांग्रेस के पोस्टर को पार्टी के पूर्व सचिव सिद्धार्थ क्षत्रिय ने लगाया है.

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जेडीयू की ओर से लगे पोस्टर में आरजेडी के मुखिया लालू यादव पर निशाना साधा गया है. पोस्टर में एक ओर लिखा गया है- कराहता बिहार और दूसरी ओर- संवरता बिहार. पोस्टर में सबसे ऊपर लिखा है- चरवाहा विद्यालय का आंतक (निति) तथा शाब्दिक ज्ञान नहीं, राजनैतिक ज्ञान दे रहे (टोकड़ी). इसके अलावा पोस्टर में आरजेडी के कार्यकाल के दौरान परेशान और भागती जनता को दिखाया गया है. जबकि जेडीयू की सरकार में खुशहाल जनता की तस्वीरें लगी हैं.

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उधर, कांग्रेस ने भी पोस्टर के जरिए नीतीश कुमार पर तंज कसा है. कांग्रेस के पोस्टर में एनडीए और यूपीए की टीमें बनाई गई है. पोस्टर में एक तरह सोनिया, लालू, तेजस्वी, उपेंद्र कुशवाहा और विपक्षी दलों के नेताओं की तस्वीर है. जबकि दूसरी तरह नरेंद्र मोदी, अमित शाह, नीतीश कुमार, सुशील मोदी और रामविलास पासवान की तस्वीर लगी है. पोस्टर में ऊपर लिखा है- साल 2020, बात 2020, चुनावी साल No टैस्ट मैच. इसके साथ ही नीचे पोस्टर में नीतीश कुमार को पुराने वादा याद दिलाते हुए लिखा गया है, 'मिट्टी में मिल जाएंगे, बीजेपी में न जाएंगे कि बाते कहने वाले दूसरे के मिट्टी और..' आगे लिखा है, 'भूत की कहानी सुनाकर बिहार की जनता को खुद के वादों से न भटकाएं.'

गौरतलब है कि झारखंड विधानसभा चुनाव में अभूतपूर्व सफलता मिलने के बाद जोश से भरी कांग्रेस अब बिहार में भी उसी रणनीति को दोहराते हुए 'बिहार फतह' की तैयारी में जुटी है. कांग्रेस के रणनीतिकार झारखंड का इतिहास बिहार में दोहराने की कोशिश में जुटे हैं. रणनीतिकारों का मानना है कि बिहार और झारखंड में ज्यादा अंतर नहीं है. कमोबेश गठबंधन भी वही रहने वाला है जो झारखंड में था. झारखंड में कांग्रेस पार्टी झामुमो के साथ गठंबन में दूसरे नंबर की पार्टी है. जो झामुमो की झारखंड में स्थिति है, वही आरजेडी की बिहार में स्थिति है.