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Bihar Politics: प्रजापति समाज के कार्यक्रम पर सियासत, नहीं आए तेजस्वी यादव

जैसे-जैसे साल 2024 के लोकसभा चुनाव के दिन नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे राजनीतिक पार्टियां अपनी कमर कस रही हैं. बिहार की सियासत में जातियों का दबदबा जगजाहिर है.

Updated on: 01 Jun 2023, 04:57 PM

highlights

  • 24 का रण... जातियां गोलबंद
  • प्रजापति समाज के कार्यक्रम पर सियासत
  • तय कार्यक्रम में क्यों नहीं पहुंचे तेजस्वी यादव?
  • क्या कन्हैया कुमार की वजह से नहीं आए तेजस्वी?

Patna:

जैसे-जैसे साल 2024 के लोकसभा चुनाव के दिन नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे राजनीतिक पार्टियां अपनी कमर कस रही हैं. बिहार की सियासत में जातियों का दबदबा जगजाहिर है. यही वजह है कि जातियों के संगठन भी अब गोलबंद होने लगे हैं और इसी का एक उदाहरण देखने को मिला राजधानी पटना में जहां प्रजापति कुम्हार का कार्यक्रम आयोजित हुआ, लेकिन ये कार्यक्रम अब प्रदेश की सियासी सरगर्मी को बढ़ाने लगा है और इसकी वजह है कि कार्यक्रम में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की गैर मौजूदगी.

24 का रण... जातियां गोलबंद

प्रजापति कुम्हार समन्वयक समिति की महाबैठक राजधानी पटना के ज्ञान भवन में आयोजित हुई. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि तेजस्वी यादव को आमंत्रण दिया गया. इसके अलावा प्रदेश सरकार के जेडीयू कोटे से अशोक चौधरी से लेकर कांग्रेस के कई मंत्री इस कार्यक्रम में शामिल हुए. कार्यक्रम स्थल कुम्हार समाज के लोगों से खचाखच भरा था और आयोजक इस भीड़ को लेकर बेहद उत्साहित भी दिखे. जहां बीच-बीच में अपने समाज के हक और हुकूक की आवाज भी बुलंद की.

तय कार्यक्रम में नहीं पहुंचे तेजस्वी यादव

कार्यक्रम भव्य था तो आने वाले अतिथियों की लिस्ट की खास थी. लोगों को डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का इंतजार था और सभी बेसब्री से उनकी राह ताक रहे थे. तभी कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार मंच पर हाजिर हुए और उनका जोरदार स्वागत किया गया, लेकिन इसके बाद तेजस्वी यादव का इंतजार लोगों के लिए इंतजार ही बनकर रह गया और कुछ देर बाद खबर आई कि तेजस्वी यादव कार्यक्रम में नहीं आ रहे. जानकारी मिलने के साथ ही सवाल उठन लगे कि क्या डिप्टी सीएम की गैर मौजूदगी की वजह कन्हैया कुमार तो नहीं. इस सवाल पर कन्हैया कुमार भी कुछ कहने से बचते दिखे.

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क्या कन्हैया कुमार की वजह से नहीं आए तेजस्वी?

तेजस्वी यादव के कार्यक्रम में शामिल नहीं होने को लेकर जहां प्रजापति समाज के लोग निराश हुए तो वहीं मंत्री अशोक चौधरी ने सवाल से पल्ला झाड़ने की कोशिश की. कार्यक्रम में डिप्टी सीएम की गैर-मौजूदगी से बीजेपी को बैठे-बिठाए मुद्दा मिल गया है और बीजेपी इस मुद्दे को भुनाने में जुट गई है. जहां बीजेपी तेजस्वी यादव पर कन्हैया कुमार से डरने का आरोप लगा रही है तो वहीं RJD बीजेपी पर बेवजह राजनीति करने का आरोप लगा रही है. इस बीच कांग्रेस भी मामले पर सफाई देने में पीछे नहीं हट रही.

बहरहाल सत्ता पक्ष और विपक्ष के आरोप और दावे एक तरफ, लेकिन तय कार्यक्रम में डिप्टी सीएम की गैर मौजूदगी ने सियासी गलियारों की सरगर्मी बढ़ा जरूर दी है और कहीं ना कहीं इसे 2024 के विपक्षी एकता से जोड़कर भी देखा जा रहा है.