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शिक्षा मंत्री के बयान पर सियासी उफान, सीएम नीतीश कुमार ने कही ये बड़ी बात

रामचरित मानस पर शुरू हुआ सियासी घमासान फिलहाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. सत्ता पक्ष और विपक्ष में तो पहले ही ठन गई है, लेकिन अब तो सत्ता पक्ष के मंत्रियों ने भी मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

Updated on: 17 Jan 2023, 03:39 PM

highlights

  • शिक्षा मंत्री के बयान पर सीएम नीतीश की दो 
  • किसी धर्म के मामले में नहीं करना चाहिए हस्तक्षेप : सीएम
  • महागठबंधन के अंतर्कलह

Patna:

रामचरित मानस पर शुरू हुआ सियासी घमासान फिलहाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. सत्ता पक्ष और विपक्ष में तो पहले ही ठन गई है, लेकिन अब तो सत्ता पक्ष के मंत्रियों ने भी मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. JDU ने पहले ही बयान से किनारा करते हुए पल्ला झाड़ लिया. कुछ हद तक तो मुख्यमंत्री नीतीश भी यही करते दिखे, लेकिन इस बीच इस विवाद ने बिहार से लेकर दिल्ली तक की राजनीति में हलचल तेज कर दी. लिहाजा विरोध बढ़ता देख मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मामले पर बड़ा बयान दिया. जहां उन्होंने मंत्री चंद्रशेखर को दो टूक कहा कि किसी धर्म पर विवाद नहीं करना चाहिए. सीएम ने साथ ही मंत्री को धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप ना करने की सलाह भी दे दी. उन्होंने कहा कि राम चरित्र मानस को लेकर कोई विवाद नहीं है हम लोग सर्व धर्म को मानने वाले लोग हैं जो लोग जिस भी धर्म को मानते हैं हम उन लोगों के साथ कोई इंटरफ्रेंस नहीं करते हैं. रामचरित्र मानस पर डिप्टी सीएम ने बोल दिया है कहीं कोई विवाद नहीं.

हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश के बयान भर से ये विवाद कहां थमने वाला है. बयानबाजियों के बाद अब इस पर ट्विटर वॉर भी शुरू हो गया है. मामला धार्मिक ग्रंथ का है और निशाने पर RJD है. दरअसल बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने ट्वीट के जरिेए RJD पर हमला बोला. उन्होंने शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को पार्टी से निकालने की मांग की. सुशील मोदी ने ट्वीट किए गए तस्वीर में नूपुर शर्मा के खिलाफ BJP की कार्रवाई का हवाला भी दिया और लिखा कि अगर नुपूर के बयान से किसी समुदाय के भावनाओं को ठेस पहुंची तो उनपर कार्रवाई की गई. इसलिए चंद्रशेखर को भी पार्टी से निकाल देना चाहिए.

सुशील मोदी के बयान पर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का पटलवार सामने आया. जहां उन्होंने सुशील मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि मैं उनकी बातों का संज्ञान नहीं लेता.

हालांकि डिप्टी सीएम ध्यान दें या ना दें. इस विवाद ने महागठबंधन में खट-पट जरूर शुरू कर दी है. पहले तो सिर्फ JDU ने बयान से पल्ला झाड़ा था, लेकिन अब इस कतार में कांग्रेस भी लग गई है. दरअसल शिक्षा मंत्री के बयान को कांग्रेस MLA संतोष मिश्र ने गलत बताया है. इतना ही नहीं कांग्रेस विधायक ने तो शिक्षा मंत्री को माफी मांगने की सलाह भी दे दी.

बहरहाल, रामचरित का सियासी उफान अब महागठबंधन के अंतर्कलह तक पहुंच गया है. अब तो खुद सीएम नीतीश कुमार ने भी मंत्री को नसीहत दे दी है. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि बयान पर उठा बवाल कब खत्म होगा.

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