बिहार के पुलिसकर्मियों और उनके परिजनों के लिए एक अच्छी खबर है. दरअसल, अब पुलिसकर्मियों व उनके परिजनों को आकास्मिक चिकित्सा या गंभीर रोगों का इलाज कराने के लिए तीन लाख रुपए का ब्याज मुक्त ऋण मिलेगा. इसके लिए पुलिसकर्मियों को ना तो किसी कार्यालय के चक्कर लगाने की जरूरत पडे़गी और ना ही किसी की जी हुजूरी करने की. अगर कोई पुलिसकर्मी गंभीर रोग से पीड़ित है या उसका परिजन पीड़ित है तो सिर्फ एक प्रार्थना पत्र उसे देना होगा और अस्पताल में रोगी के भर्ती होते ही उसके खाते में तीन लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए जाएंगे. ये पैसे पुलिसकर्मी को आसान किस्तों में चुकाने पड़ेंगे.
एडीजी जीतेंद्र गंगवार ने दी जानकारी
गंभीर रूप से रोगों से ग्रसित पुलिसकर्मियों और उनके परिजनों के समुचित इलाज के लिए तत्कालिक तौर पर तीन लाख रुपए तक का ब्याज मुक्त लोग पुलिसकर्मी को उपलब्ध कराया जाएगा. इसके लिए पुलिसकर्मी कों मात्र एक प्रार्थना पत्र देना होगा. पुलिसकर्मी को बिना ब्याज के तीन लाख रुपए जो तत्कालिक तौर पर दिया जाएगा और ये पैसे तब वापस लिए जाएंगे जब सरकार द्वारा उन्हें बाकी कार्रवाइयों जैसे हॉस्पिटल की बिलिंग आदि की प्रक्रिया पूरी होने के बाद उनके खाते में भेजा जाएगा. एडीजी (मुख्यालय) जितेंद्र सिंह गंगवार ने आगे बताया कि अगर किसी पुलिसकर्मी द्वारा तीन लाख रुपए का लोन तात्कालिक तौर पर इलाज के लिए ले लिया गया है और उसके इलाज में कम खर्च आया है तो जितना खर्च हुआ है उसके अलावा शेष राशि को 6 माह की किश्तों में उससे वापस लिया जाएगा और अगर तीन लाख रुपए से ज्यादा का खर्च इलाज के दौरान आता है तो रकम सरकार द्वारा पूर्व की भांति बिलिंग आदि के बाद तीन लाख रुपए काटकर जो भी रकम ज्यादा आई रहेगी वो पुलिसकर्मी के खाते में दी जाएगी.
तत्काल ट्रांसफर की जाएगी रकम
एडीजी जीतेंद्र सिंह गंगवार द्वारा बताया गया कि पुलिसकर्मी को उसके परिजनों की बीमारी अथवा स्वयं के गंभीर बीमारी का इलाज कराने के लिए अस्पताल में मरीजे के भर्ती होते ही पुलिसकर्मी के खाते में तत्काल ट्रांसफर कर दी जाएगी, उसमें किसी भी प्रकार की देरी नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि इससे पुलिसकर्मियों व उनके परिवार को काफी फायदा होगा. पहले 6-6 महीने तक गंभीर बीमारी का इलाज कराने के बाद तमाम प्रक्रियाओं से गुजरने के बाद पुलिसकर्मी को इलाज में खर्च की गई राशि मिलती थी लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.
इलाज में कम खर्चा आया तो पैसे किस्तों में देने होंगे वापस
एडीजी जीतेंद्र सिंह गंगवार ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि अगर किसी पुलिसकर्मी या उसके परिजनों के इलाज में तीन लाख रुपए से कम का खर्च आता है तो जो पैसा तीन लाख में से बचा रहेगा उसे पुलिसकर्मी को 6 माह की किस्तों में वापस करना पड़ेगा. उन्होंने बताया कि तीन लाख रुपए की रकम बिल्कुल ही ब्याज मुक्त होगी. इससे पुलिसकर्मियों को अपना व अपने गंभीर रोग से पीड़ित परिजनों का इलाज कराने में बहुत मदद मिलेगी.
HIGHLIGHTS
- बिहार के पुलिसकर्मियों के लिए बड़ी खबर
- अब आकस्मिक चिकित्सा के लिए तत्काल मिलेंगे तीन लाख
- एडीजी जीतेंद्र गंगवार ने प्रेसवार्ता कर दी जानकारी
Source : News State Bihar Jharkhand