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(प्रतीकात्मक तस्वीर)
नक्सली संगठन के 9 से 10 सितम्बर तक बंदी की घोषणा के बाद से जिले की पुलिस अलर्ट हो गई है. पुलिस ने जहां विभिन्न रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है वहीं कजरा सीआरपीएफ 131 बटालियन के सहायक कमांडेंट धर्मेन्द्र कुमार के नेतृत्व में सघन छापेमारी अभियान जारी है. थाना क्षेत्र के घोघी कोड़ासी, दुद्घम, जमुनिया, हदहदिया, मनियारा बरियारपुर, कोड़ासी, लठिया, बंगालीबांध आदि गांव में लगातार छापेमारी अभियान जारी है.
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इधर बंदी के दौरान नक्सली संगठन के द्वारा रेलवे स्टेशन को निशाना बनाये जाने को लेकर जमालपुर रेल पुलिस के नेतृत्व में किऊल-जमालपुर रेलखंड के मसुदन, अभयपुर, कजरा, उरैन, धनौरी रेलवे स्टेशन की सुरक्षा के साथ-साथ रेल पटरी पर सीआरपीएफ, बीएमपी, जिला पुलिस के साथ देर रात तक फ्लेग मार्च किया जा रहा है. चानन से निसं के अनुसार बाहरी दस्ते के बल पर अपनी धमक मजबूत करने के ख्याल से माओवादी संगठन दो दिवसीय बिहार-झारखंड बंदी के दौरान रेलवे ट्रैक, स्कूल भवन या पुलिस पीकेट को निशाना बना सकते हैं.
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संगठन के कई शीर्ष नेता रणनीति बनाने में जुटे हुए है. बंदी के दैरान नक्सली संगठन लखीसराय, जमुई, मुंगेर, भागलपुर एवं बांका जिले में कहीं भी अप्रिय घटना का अंजाम देकर अपनी उपस्थित का एहसास प्रशासन को करा सकता है. अभियान एएसपी पवन कुमार उपाध्याय ने कहा कि बंदी को देखते हुए सभी पुलिस बल का चौंकन्ना कर दिया है. आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त अमीत गूंजन ने कहा स्टेशनों की सुरक्षा के साथ ही ट्रेनों की चौकसी बढ़ा दी गई.
Source : अजय कुमार