बिहार के जहानाबाद जिले में पुलिस और पब्लिक के भिड़ंत के चलते एक महिला सिपाही की मौत हो गयी है. बताया जा रहा है कि महिला सिपाही की मौत भीड़ के चलते वाहन से दुर्घटना होने के बार मौत हो गयी. यह घटना जहानाबाद-अरवल राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 110 पर परसबिगहा थाना क्षेत्र के नेहालपुर के समीप का है जहां पर लोगों ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. प्रदर्शनकारी की उग्र भीड़ ने पुलिस पर हमला कर दिया. रोड़ेबाजी के साथ फायरिंग भी की गई और पुलिस को वहां से भागना पड़ा.
उग्र भीड़ के चलते भागने के क्रम में वहां फंसी एक महिला हवलदार पर रोड़े-पत्थर चलाने लगे. भागने के दौरान किसी वाहन से दुर्घटना में हवलदार की मौत हो गई. उग्र लोगों ने पुलिस की गाड़ी को भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया है जिसके बाद से पुरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है. इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि महिला हवलदार खगड़िया जिले की रहने वाली थीं.
क्या है पूरा मामला
बताया जाता है कि परस बीघा थाना के सरसा निवासी गोविंद मांझी को शराब मामले में पुलिस ने 19 जुलाई को गिरफ्तार किया था. उसे औरंगाबाद जिले के दाउदनगर उपकारा में रखा गया था. वहां देर रात उसकी मौत हो गई. बताया गया कि गुरुवार को वह बीमार पड़ा और अनुमण्डल अस्पताल दाउदनगर में उसका इलाज शुरू हुआ था. शुक्रवार को सब कुछ ठीक रहा लेकिन रात 12:30 बजे उसकी तबीयत अचानक खराब हुई. लगभग 1:30 रात में उसकी मौत हो गई. अनुमंडलीय अस्पताल में उसकी मौत के बाद वहां से शव लेकर लौटे लोगों ने सड़क जाम कर दिया.
भीड़ देख जान बचाकर भागी पुलिस
जाम की सूचना मिलते पर नगर थाने के साथ-साथ परसविगहा और शकूराबाद थाने की पुलिस पहुंची. लेकिन भीड़ ने पत्थरबाजी करना शुरु कर दिया. बड़ी संख्या में भीड़ को अनियंत्रित रूख को देखते हुए पुलिस कर्मियों ने वहां से भागने में ही अपनी भलाई समझी. लेकिन हवलदार शांति देवी (57) भीड़ के बीच फंस गई. किसी तरह उनसे जान बचाकर भागने के क्रम में किसी वाहन की चपेट में आने से शांति देवी की मौत हो गई.