logo-image

नीतीश कुमार के गृह क्षेत्र नालंदा में पुलिस ने किसानों को पीटा, गुस्साए लोगों ने सड़कों पर फेंकी सब्जियां

सड़क जामकर किसानों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं समझाने आई पुलिस की गाड़ी पर भी चढ़कर किसानों ने हंगामा किया.

Updated on: 13 Apr 2020, 04:34 PM

नालंदा:

लॉक डाउन (Lockdown) को लेकर बिहार के नालंदा जिले में प्रशासन द्वारा सब्जी विक्रेताओं को बिहारशरीफ बाजार समिति से हटाकर उसे दीपनगर स्टेडियम से शिफ्ट कर दिया, जो शहर से काफी दूर है. फिर भी किसान और सब्जी विक्रेता बात मान लिया और किसान अपनी अपनी सब्जी लेकर दीपनगर स्टेडियम भी जाने लगे, मगर इस दौरान रास्ते में पुलिसवालों ने कई किसान की पिटाई कर दी और सब्जी बेचकर लौटने वाले किसान का चालान शुरू कर दिया. जिससे नाराज सभी किसान (Farmers) एक जुट हो गये और आज सुबह स्टेडियम की जगह बड़ी पहाड़ी बाईपास पहुंचकर कई किसानों ने सड़क पर सब्जी फेंक दी और कई लोग सब्जी सड़क पर रखकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे.

 यह भी पढ़ें: corona virus (COVID-19): बिहार से आईं यह राहत भरी दो खबरें, जानिए यहां

सड़क जामकर किसानों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं समझाने आई पुलिस की गाड़ी पर भी चढ़कर किसानों ने हंगामा किया. किसानों का आरोप है कि हम लोग मोटरसाइकिल से टोकरी या वोरा में भरकर सब्जी को बेचने के लिए मंडी जाते हैं. इस दौरान पुलिस द्वारा पिटाई की जाती है और चालान भी काटा जाता है. यही कारण है कि आज हम लोगों ने सब्जी बाईपास में रखकर सड़क जाम की है.

जाम की सूचना मिलते ही कई थाना की पुलिस समझने के लिए पहुंची तो उनको किसानों के गुस्से का शिकार होना पड़ा. स्थिति को बिगड़ते देख घटना की जानकारी एसपी और वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई. सूचना पाकर एसपी, एसडीओ और डीएसपी ने घटनास्थल पर पहुंचकर किसानों को समझा बुझाकर शांत कराने का प्रयास किया.

 यह भी पढ़ें: कोविड 19 (COVID-19) से जंग में गांव की गलियों से लेकर शहरों तक बढ़े मदद के हाथ

काफी देर के बाद यह निर्णय लिया गया कि अब सब्जी विक्रेता बड़ी पहाड़ी के पास पंचाने नदी के किनारे थोक सब्जी बेचेंगे, तब यह मामला शांत हुआ. नालंदा एसपी नीलेश कुमार ने कहा कि किसानों की मांग को हम लोगों ने मान लिया है. मगर सब्जी बेचने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होना चाहिए.

यह वीडियो देखें: