वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (Corona Virus) की रोकथाम के लिए सरकारें निरंतर प्रयास कर रही है. देशभर में लॉकडाउन घोषित तो पुलिस और डॉक्टर्स कोरोना वायरस से दूसरों को बचाने में लगे हैं. लेकिन अब उन्हीं पुलिसकर्मियों और डॉक्टर्स की जान पर बन आई है. कुछ लोग इन्हीं को अपना निशाना बना रहे हैं. ऐसा ही कुछ बिहार (Bihar) के मुंगेर जिले में देखने को मिला है. यहां कोरोना वायरस संक्रमण के संदिग्ध व्यक्ति की जांच के लिए नमूना लेने गई डॉक्टरों और पुलिस की टीम पर स्थानीय लोगों ने पथराव कर दिया. जिसमें उनकी जीप को भी नुकसान पहुंचा है. फिलहाल पुलिस आगगे की कार्रवाई में जुटी है.
यह भी पढ़ें: तबलीगी जमात के 112 लोगों की सूची मिली, 12 लोगों का पता लगा लिया गया है : नीतीश कुमार
बता दें कि मुंगेर निवासी कोरोना वायरस पॉजिटिव एक मरीज की 21 मार्च को पटना एम्स में मौत हो गई थी. कतर से लौटे मुंगेर निवासी उस मरीज के संपर्क में बीते दिनों में 64 व्यक्ति आए थे, जिनमें से 55 के नमूने जांच के लिए आरएमआरआई भेजे गए थे, उनमें से अभी तक 11 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इसी कड़ी में बुधवार देर शाम डॉक्टरों और पुलिस की टीम की मुंगेर के कासिमबाजार थाना क्षेत्र के हजरतगंज इलाके में कोरोना वायरस संक्रमण के संदिग्ध व्यक्ति की जांच के लिए नमूना लेने गई थी, लेकिन उसे यहां स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा.
लोगों ने पुलिस और डॉक्टर्स की टीम पर पथराव किया. कासिम बाजार के थाना प्रभारी शैलेश कुमार ने गुरुवार को बताया कि हजरतगंज इलाके में बुधवार देर शाम हुई इस घटना में पुलिसकर्मियों की एक जीप और मेडिकल कर्मियों की एक एंबुलेंस पर पथराव किया गया, जिसमें जीप बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. उन्होंने कहा कि पुलिस दल ने बल प्रयोग कर हालात पर काबू पाया.
यह भी पढ़ें: 3000 से ज्यादा लोगों को बुलाकर तबलीगी जमात का आयोजन करना मौत को दावत देने जैसा जुर्म- मोदी
गौरतलब है कि बिहार में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. अब तक प्रदेश में इस महामारी से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 29 हो गई हो. जबकि कोरोना वायरस के कारण मुंगेर निवासी एक मरीज की 21 मार्च को मौत हो गई थी. प्रदेश में अब तक 1973 सैंपल की जांच की जा चुकी है, जिसमें से अब तक 1940 में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई और 29 संक्रमित पाए गए हैं.
यह वीडियो देखें: