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चुनाव जीतने के बाद मोदी का पहला बिहार दौर( Photo Credit : फाइल फोटो)
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चुनाव जीतने के बाद मोदी का पहला बिहार दौर( Photo Credit : फाइल फोटो)
लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आने के बाद एक बार फिर से देश में एनडीए की सरकार बनी है. केंद्र में एनडीए की सरकार बनाने में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किंग मेकर की भूमिका निभाई. बिना नीतीश के सपोर्ट के नरेंद्र मोदी की सरकार शायद ही केंद्र में आ पाती. वहीं, अब लोकसभा चुनाव में जीत के बाद पहली बार पीएम मोदी बिहार दौरे पर जा रहे हैं. इतना ही नहीं चुनाव के बाद पहली बार पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार एक साथ नालंदा में मंच पर भी दिखेंगे. 19 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नालंदा पहुंच रहे हैं. इस कार्यक्रम में एनडीए के सभी बड़े नेता भी मौजूद रहेंगे. दरअसल, नालंदा यूनिवर्सिटी के एक विशेष कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पीएम मोदी बिहार आ रहे हैं. प्रधानमंत्री के अलावा इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राज्यपाल व प्रदेश के कई बड़े नेता शामिल होंगे. कार्यक्रम को लेकर तैयारी भी शुरू हो चुकी है.
चुनाव के बाद पहली बार पीएम मोदी और सीएम नीतीश मंच करेंगे साझा
पीएम मोदी के बिहार दौरे की बात करें तो वे विशेष विमान से पहले गया एयरपोर्ट पहुंचे. पीएम सुबह करीब 10 बजे गया पहुंचेंगे, जहां से वह और फिर हेलीकॉप्टर से नालंदा यूनिवर्सिटी के लिए रवाना हो जाएंगे. जहां पहुंचकर कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. वहीं, यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम के बाद पीएम मोदी नालंदा खंडहर का भी भ्रमण कर सकते हैं. पहली बार इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री पहुंच रहे हैं. जिसे लेकर नालंदा खंडहर में सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी भी शुरू हो चुकी है.
दुनिया में शिक्षा का सबसे बड़ा केंद्र था नालंदा विश्वविद्यालय
आपको बता दें कि जब भी दुनिया के सबसे पुराने शिक्षण संस्थानों की बात की जाती है, तो नालंदा विश्वविद्यालय का नाम सबसे पहले लिया जाता है. इतिहासकारों की मानें तो इस विश्वविद्यालय में 8वीं-12वीं शताब्दी के बीच दुनिया के कोने-कोने से छात्र शिक्षा ग्रहण करने के लिए आते थे. कहा जाता है कि यहां हर विषय की किताबें मौजूद थी. यहां 3 लाख से ज्यादा किताबें थी, जिसे गिन पाना मुश्किल था. विश्वविद्यालय में 9 मंजिला लाइब्रेरी और 300 कमरे थे. सन 1199 में तुर्क आक्रमणकारी बख्तियार खिलजी ने यूनिवर्सिटी को जलाकर नष्ट कर दिया. कहा जाता है कि यहां इतनी किताबें थी कि तीन महीने तक लगातार लाइब्रेरी में रखी किताबें जलती रही.
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Source : News State Bihar Jharkhand