Prashant Kishor Health Update: बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाला है. उससे पहले ही प्रदेश में सियासी सरगर्मी तेज हो चुकी है. बीपीएससी अभ्यर्थी लगातार 70वीं बीपीएससी परीक्षा को रद्द कर रीएग्जाम की मांग कर रहे हैं. इस बीच परीक्षा भी ले ली गई. बावजूद इसके छात्र धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.
2 जनवरी से आमरण अनशन पर बैठे प्रशांत किशोर
2 जनवरी से जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर भी बीपीएससी अभ्यर्थियों का साथ देने के लिए प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे और आमरण अनशन पर बैठ गए. इन सबके बीच 6 जनवरी की सुबह पटना पुलिस प्रशांत किशोर को धरना स्थल से उठाकर ले गई. जिसके बाद उन्हें कोर्ट से जमानत भी मिल गई.
यह भी पढ़ें- Sambhal Violence: संभल में फिर खुलेगी 1978 के दंगों की फाइल, एक हफ्ते में सौंपनी होगी रिपोर्ट
अस्पताल से आई पीके की पहली तस्वीर
हालांकि, उन्हें कंडीशनल शर्त पर जमानत देने की बात कही गई, लेकिन प्रशांत किशोर अड़े रहे कि अगर उन्हें बिना शर्त के जमानत मिलेगी, तभी वो जमानत लेंगे, नहीं तो वह जेल में रहकर ही धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे. जिसके बाद पीके को जेल में रखा गया, लेकिन तुरंत बिना शर्त के जमानत मिल गई. वहीं, इन सबके बीच भी पीके ने अपना अनशन जारी रखा. मंगलवार को पीके की हालत बिगड़ गई और उन्हें पटना के एक अस्पताल में एडमिट करवाया गया. गुरुवार को पीके की अस्पताल से पहली तस्वीर सामने आई है, जिसमें वह स्वस्थ्य नजर आ रहे हैं.
जदयू Vs जन सुराज पार्टी का पोस्टर वॉर
पीके अपनी पदयात्रा के समय से ही नीतीश सरकार पर जमकर जुबानी हमला बोल रहे हैं. जदयू और जन सुराज पार्टी में पोस्टर वॉर भी शुरू हो चुका है. इस पोस्टर वॉर की शुरुआत जन सुराज पार्टी ने की. एक पोस्टर जारी कर लिखा गया कि मकर संक्रांति के बाद चाचा श्रमजीवी ट्रेन पकड़कर नीतीश कुमार नालंदा चले जाएंगे. वहीं, इसका जबाव देते हुए जदयू ने पीके पर पलटवार किया है और पोस्टर जारी कर लिखा कि तुम तो ठहरे परदेसी, साथ क्या निभाओगे, चुनावी हवा के सात बह जाओगे. इसके अलावा एक और गाना लिखकर तंज कसा कि आवार हवा का झोंका हूं, निकला हूं, पल दो पल के लिए.