logo-image

PFI मामले में अतहर और अरमान से पूछताछ में बड़ा खुलासा, पढ़ें यहां

पीएफआई मामले में अतहर और अरमान से पूछताछ में नए खुलासे..न्यूज़ नेशन के पास कई जानकारियां जो साझा कर रहे हमारे संवाददाता रजनीश सिन्हा...

Updated on: 19 Jul 2022, 12:03 PM

नई दिल्ली:

PFI Case: पीएफआई मामले ( PFI Case ) में अतहर और अरमान से पूछताछ में नए खुलासे..न्यूज़ नेशन के पास कई जानकारियां जो साझा कर रहे हमारे संवाददाता रजनीश सिन्हा... 16 जुलाई को 48 घण्टे के लिए पीएफआई सदस्य अतहर परवेज और अरमान मलिक को पुलिस रिमांड पर लिया गया था...18 जुलाई को ये रिमांड खत्म हुआ.. इस दौरान पूछताछ में कई बातें सामने आई.. परवेज़ ने पूछताछ में यह भी बताया कि उन्होंने सीमांचल में अपनी गतिविधि बढ़ाने के लिए पूर्णिया को हेड क्वार्टर बनाने का निर्णय लिया था और इसके लिए  वनभाग इलाके में एक 3 मंजिला मकान 40 हज़ार रुपए किराए पर ले लिया गया था। 

खुलासे: 

  • अतहर परवेज मदरसों में जाकर युवाओं को पीएफआई से जोड़ने का काम करता था..
  • अरमान मलिक फंड और मीटिंग अरेंज करता था 
  • पीएफआई के टारगेट पर बिहार का सीमांचल इलाका था.. इस संगठन के लोगों की प्लानिंग सीमांचल के इलाके में अशिक्षित और बेरोजगार युवाओं का ब्रेनवाश करने संगठन से जोड़ने का रहा।
  • परवेज़ ने पूछताछ में बताया की उनके निशाने पर ज्यादातर सीमांचल के जिले थे, जिनमें अररिया किशनगंज फारबिसगंज पूर्णिया दरभंगा और मधुबनी इनके टारगेट पर रहे....
  • परवेज़ ने पूछताछ में यह भी बताया कि उन्होंने सीमांचल में अपनी गतिविधि बढ़ाने के लिए पूर्णिया को हेड क्वार्टर बनाने का निर्णय लिया था और इसके लिए  वनभाग इलाके में एक 3 मंजिला मकान 40 हज़ार रुपए किराए पर ले लिया गया था। 
  • पूर्णिया में हेड क्वार्टर बनाने के दो कारण थे पहला मकसद यह था कि सीमांचल में मुस्लिम आबादी ज्यादा है और वहां ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस संगठन से जोड़ा जा सकता है और दूसरी कोशिश यह थी कि अगर पुलिस की दबिश बढ़ी तो वहां से बांग्लादेश या नेपाल भागने में सहूलियत होगी।
  • अतहर और अरमान मलिक को पटना पुलिस ने 16 जुलाई को रिमांड पर लिया था 48 घंटे के रिमांड में 36 घंटे उनसे पूछताछ हुई ।कभी इन दोनों से अलग-अलग पूछताछ की गयी और कभी बातों को मिलाने के लिए दोनों को आमने-सामने बिठाकर भी पूछताछ किया गया।
  • 15 हज़ार युवाओं को दी जा सकी है ट्रेनिंग..
  • पटना और मुजफ्फरपुर में होती थी ज्यादातर बैठकें...
  • 15 जिलों में केम्प ऑफिस खोले गए,10 जिलों के नाम स्पष्ट हैं.. पटना, नालंदा ,पूर्वी चंपारण ,दरभंगा, मधुबनी, कटिहार ,वैशाली, मुजफ्फरपुर, सारण,अररिया।
  •  इनके पूर्णिया हेड क्वार्टर से पुलिस को एक रजिस्टर मिला है, बताया जा रहा है कि इसमे कई एड्रेस,फोन नंबर और लोगों के नाम हैं, इसके बारे में भी अतहर और अरमान से पूछताछ की गई है।
  • 12..90 लाख जो इनके अकाउंट में मिले उसकी भी जानकारी ली गयी,धर्म विशेष के एक बड़े बिजनेसमैन से फंडिंग की जानकारी मिली है