लखीसराय सदर अस्पताल में आने वाले मरीजों के परिजनों को ठंड से ठिठुर कर रात गुजारनी पड़ रही है. सदर अस्पताल में मरीज के परिजनों के लिए कोई सुविधा उपलब्ध नहीं करायी गई है. जबकि मिशन 60 डेज के तहत सदर अस्पताल को कई तरह की सुविधाओं से लैस किया जा रहा है. कपकपाती ठंड में पतली चादर के सहारे मरीजों के ये परिजन रात गुजारने के लिए मजबूर हैं. लखीसराय के सदर अस्पताल में मरीजों के परिजनों के लिए किसी भी तरह की व्यवस्था नहीं की गई है. जबकि सरकार की ओर से कड़ाके की ठंड को देखते हुए मिशन 60 के तहत प्रदेश के सभी सदर अस्पतालों को कई तरह की सुविधाओं से लैस किया जा रहा है, लेकिन इस सदर अस्पताल की कुव्यवस्था देखने को मिल रही है. एसएनसीयू में भर्ती बच्चों के परिजन रातभर खुले आसमान के नीचे या अस्पताल के पार्टीको में राज गुजारने के लिए मजबूर हैं.
अपने मरीज को दिखाने आए परिजनों को खुद ही बीमार होने का डर सताने लगा है. इस अस्पताल में कुव्यवस्था इतनी है कि मरीजे के परिजनों के लिए अलाव की भी व्यवस्था नहीं की गई है. जबकि हर साल यहां अलाव की व्यवस्था की जाती रही है. वहीं, सदर में फैली इस कुव्यवस्था पर अस्पताल प्रबंधक के अपने ही तर्क हैं.
अस्पताल प्रबंधक अभी मरीज बच्चों के परिजनों के लिए एक बिल्डिंग बनाने के फैसले की बात कर रहे हैं. जबकि ठंड सिर पर है. जब तक बिल्डिंग तैयार होगी तब तक न जाने कितने परिजनों को ठंड अपने आगोश में ले लेगी. सवाल ये उठता है कि अगर बिल्डिंग बननी थी तो इसे पहले से क्यों नहीं तैयार किया गया.
HIGHLIGHTS
- सदर अस्पताल में फैली कुव्यवस्था
- ठंड से ठिठुरने को मजबूर मरीज के परिजन
- कुव्यवस्था से मिशन 60 डेज पर उठ रहे सवाल?
- ठंड के ठिठुरन से बचाओ सरकार!
Source : News State Bihar Jharkhand