ठीक चुनाव से पहले पवन सिंह और मनीष कश्यप बिहार में करने वाले हैं बड़ा खेला
क्या पवन सिंह और मनीष कश्यप बिहार की राजनीति में कुछ बड़ा करने जा रहे हैं? हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि कुछ दिनों पहले ही मनीष कश्यप ने पवन सिंह से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद अटकलें लगाई जा रही है कि पवन सिंह कभी भी जन सुराज में शामिल हो सकते हैं.
क्या पवन सिंह और मनीष कश्यप बिहार की राजनीति में कुछ बड़ा करने जा रहे हैं? हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि कुछ दिनों पहले ही मनीष कश्यप ने पवन सिंह से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद अटकलें लगाई जा रही है कि पवन सिंह कभी भी जन सुराज में शामिल हो सकते हैं.
बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज होती जा रही है. इस हलचल का केंद्र में दो नाम काफी चर्चा में है. भोजपुरी सिनेमा के पावरस्टार पवन सिंह और यूट्यूब से मनीष कश्यप. इन दोनों की हालिया मुलाकात ने प्रदेश की सियासी फिजा में नए कयासों को जन्म दे दिया है.
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क्या जन सुराज ज्वाइन करने वाले हैं दोनों?
दरअसल, लखनऊ में पवन सिंह और मनीष कश्यप की मुलाकात की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. इस तस्वीर में पवन सिंह की मां, मनीष कश्यप को आशीर्वाद देती नजर आ रही हैं. पवन सिंह के गले में पीले रंग का पटका भी साफ दिख रहा है, जिसे जन सुराज पार्टी के प्रतीक रंग के तौर पर देखा जाता है. यही वजह है कि पवन सिंह के जन सुराज में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं.
मनीष कश्यप ने बनाई बीजेपी से दूरी
मनीष कश्यप, जो कुछ महीने पहले ही बीजेपी में शामिल हुए थे, अब पार्टी से दूरी बना चुके हैं. ऐसे में उनका पवन सिंह से मिलना और सोशल मीडिया पर फोटो शेयर करना, राजनीतिक संकेतों से भरा हुआ माना जा रहा है. चर्चाएं हैं कि मनीष भी जन सुराज के संपर्क में हैं और आने वाले विधानसभा चुनाव में कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं.
पवन सिंह का बीजेपी से है पुराना कनेक्शन
पवन सिंह की राजनीति में एंट्री कोई नई बात नहीं है. उन्हें बीजेपी ने पिछली बार आसनसोल से लोकसभा टिकट दिया था, लेकिन उन्होंने अंतिम समय में चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था. इसके बाद उन्होंने काराकाट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरकर बीजेपी की गणित बिगाड़ दी थी.
पीके की क्या है रणनीति?
जन सुराज के लिए प्रशांत किशोर लंबे समय से बिहार में जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं. PK की रणनीति साफ है जनता के बीच से चेहरों को लाना. ऐसे में पवन सिंह जैसे लोकप्रिय स्टार और मनीष कश्यप जैसे यंग इंफ्लुएंसर को साथ लाना, जन सुराज के लिए मास अपील बढ़ाने का बड़ा दांव हो सकता है. अब देखना यह है कि क्या ये दोनों चेहरे सिर्फ चर्चा तक सीमित रहेंगे या सचमुच प्रशांत किशोर के मिशन बिहार में सक्रिय भूमिका निभाएंगे?