कैमूर जिले के सदर अस्पताल भभुआ में शुक्रवार को जमकर हंगामा हुआ. हंगामा की सूचना मिलते ही मौके पर भभुआ थाना अध्यक्ष रामानंद मंडल सहित भारी संख्या में पुलिस बल सदर अस्पताल पहुंचे और मामले को शांत कराया. दरअसल, भभुआ थाना क्षेत्र के नरांव गांव के रहने वाले राम भरोसे बिंद के 22 साल के बेटे के पेट में अचानक से दर्द होने लगा. दर्द जब असहनीय हो गया तो परिजन उसे उपचार के लिए सदर अस्पताल भभुआ लेकर आए. जहां इलाज के बाद चिकित्सकों द्वारा उनकी स्थिति को गंभीर बताते हुए वाराणसी रेफर कर दिया गया.
एंबुलेंस के अभाव में मरीज की गई जान
मरीज को वाराणसी रेफर तो कर दिया गया, लेकिन अस्पताल परिसर में एंबुलेंस उपलब्ध नहीं था. वहीं, एंबुलेंस के लिए परिजन, डॉक्टर से लेकर एंबुलेंस कर्मी तक एक से डेढ़ घंटे तक दौड़ते रहे, फिर भी एंबुलेंस नहीं मिली. आखिर में एंबुलेंस के अभाव में मरीज की सदर अस्पताल भभुआ में ही मौत हो गई. जिसके बाद लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिजनों ने जमकर बवाल काटा. जब हंगामे की सूचना पुलिस को दी गई तो वह अस्पताल पहुंची और मामले को शांत कराया.
परिजनों ने जमकर किया हंगामा
मृतक के परिजन ने जानकारी देते हुए बताया कि मरीज को पेट में दर्द की शिकायत थी, जिसके बाद उसको अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उसको यहां मौजूद चिकित्सकों द्वारा बेहतर उपचार नहीं दिया गया. बार-बार दौड़कर हम लोग डॉक्टर और नर्स के पास जाते थे, लेकिन उन्होंने सही से उपचार नहीं किया. बेहतर उपचार के लिए मरीज को दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया गया. फिर एंबुलेंस के लिए हम डॉक्टर से लेकर एंबुलेंस के चालक तक लगातार गुहार लगाते रहे. एक घंटे तक गुहार लगाने के बाद एंबुलेंस नहीं मिला, 102 नंबर को भी फोन किया. फिर भी एंबुलेंस नहीं मिला. अंत में मरीज की मौत हो गई. हम चाहते हैं कि जो मेरे साथ हुआ वैसा किसी के साथ ना हो, ऐसी व्यवस्था यहां पर बनाई जाए.
मौत का जिम्मेदार कौन?
सदर अस्पताल उपाधीक्षक विनोद कुमार ने जानकारी देते हुए बताया एक व्यक्ति के पेट में दर्द की शिकायत थी, उसके परिजन उसे अस्पताल लेकर आए. प्राथमिकी उपचार के बाद बेहतर उपचार के लिए वाराणसी रेफर किया गया, लेकिन एंबुलेंस के अभाव में उसकी मौत हो गई.
HIGHLIGHTS
- एंबुलेंस के अभाव में गई मरीज की जान
- मौत का जिम्मेदार कौन?
- परिजनों ने किया जमकर हंगामा
Source : News State Bihar Jharkhand