मंगलवार को राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पशुपति पारस ने मीडिया को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कई सवालों का जवाब दिया और कहा कि वह जब तक जिंदा हैं, एनडीए का साथ नहीं छोड़ेंगे. पीसी करते हुए पशुपति पारस ने कहा कि मैंने शुरू में ही घोषणा किया था कि जब तक मैं राजनीत में जिंदा रहूंगा तब तक एनडीए गठबंधन के साथ हूं और हमेशा रहूंगा.. कुछ जगहों पर हमारे साथ न्याय नहीं मिला है, हमारी पार्टी के साथ न्याय नहीं मिला है, लेकिन हम जहां थे,वहीं हैं और भविष्य में वहीं रहेंगे... एनडीए के ईमानदार सहयोगी थे और आज भी हैं और हम भविष्य में भी रहेंगे.. इसमें कोई इफ और ब्ट का सवाल नहीं है...आगे भी रहेंगे.. राजनीति करने वाले साधुओं की जमात नहीं होंगे.. रहूंगा..
पशुपति पारस ने बिना नाम लिए चिराग पर कसा तंज
आगे उन्होंने कहा कि मुझको एक भी सीट नहीं मिला, लेकिन जब 6 तारीख को पार्टी की बैठक को बुलाया गया तो 38 जिलों के 36 जिले के अध्यक्ष मेरे साथ थे..और जिसके तरफ आपका इशारा है, उसको 5 सीट मिला और उसका 22 लोग मीटिंग से भाग गए.. हमलोग संगठन के लोग है... 48 साल हो गया बिहार में विधायक और सांसद रहे हैं.. हमारी पार्टी की नीति और नियत बिलकुल साफ है. कहीं कोई फर्क नहीं है.. हम नरेंद्र मोदी जी को नेता मानते हैं और मानते रहेंगे.. जिस दिन पार्टी पद से इस्तीफा दिया था उस दिन भी मैंने यही बात कहा था कि मेरे साथ न्याय नहीं हुआ है, लेकिन देश के हित में हम आज भी ये कहेंगे कि नरेंद्र मोदी जी देश के नेता हैं और नेता रहेंगे...
'जब तक जिंदा है, तब तक एनडीए के साथ हैं'
आपको बता दें कि बिहार में कुल 40 लोकसभा सीटें हैं. वहीं, एनडीए ने सीटों के बंटवारे में पशुपति पारस की पार्टी को एक भी सीट नहीं दिया. एनडीए में 17 सीटें बीजेपी को, 16 जेडीयू, 5 लोजपा (रामविलास), हम और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को 1-1 सीटें दी. पशुपति पारस के पांच सांसद होते हुए भी पार्टी ने उन्हें नजरअंदाज कर दिया. जिसके बाद इससे नाराज होकर पशुपति पारस ने केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था.
HIGHLIGHTS
- पशुपति पारस ने बिना नाम लिए चिराग पर कसा तंज
- कहा- जिसको पांच सीटें मिली, उसके 22 लोग भाग गए
- 'जब तक जिंदा है, तब तक एनडीए के साथ हैं'
Source : News State Bihar Jharkhand