कैमूर पहुंचे जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव ने रामचरितमानस पर बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री के द्वारा दिए गए विवादित बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि इस तरह के बयानबाजी से बचने की जरूरत है. उस पर बयानबाजी करने से बेहतर है कि बीएसएससी और बीपीएससी में जो पेपर लीक हो रहा है, उसको रोकना चाहिए. यूनिवर्सिटी में जिन बच्चों को 3 साल की जगह 5 साल का समय लग रहा है, उसको गंभीरता से लेना चाहिए. प्राइवेट स्कूलों की मनमानी को रोक कर सरकारी स्कूलों को बेहतर बनाने पर ध्यान देना चाहिए. रामचरितमानस का कोई लाइन गलत हो सकता है, लेकिन पूरी रामचरितमानस पर और राम के कैरेक्टर पर सवाल उठाना पूरी तरह गलत है. ऐसे लोगों को अपनी जुबान पर कंट्रोल रखना चाहिए.
राम के कैरेक्टर पर सवाल उठाना पूरी तरह गलत
पप्पू यादव ने मीडिया से वार्ता के दौरान कहा राम तुलसीकृत जो रामायण लिखे गए, उसमें लिखे गए किसी लाइन पर सवाल खड़ा हो सकते हैं. विचारों पर खड़ा हो सकते हैं, लेकिन राम के कैरेक्टर पर नहीं. कोई पार्टी दल व्यक्ति गलत हो सकता है, लेकिन कोई महापुरुष गलत नहीं होता. महापुरुष ने सदैव वसुदेव कुटुंबकम की बात की है. तुलसीकृत रामायण जो लिखी गई है, हो सकता है उसमें कोई लाइन गलत हो गई, भूल हो.
पेपर लीक पर बात करनी चाहिए, ना कि इस तरह की बातें
आपको जब एजुकेशन मिनिस्टर बनाया गया है, जो बीएसएससी का पेपर लीक हो रहा है, आप उसे रोको. जो यूनिवर्सिटी का कैलेंडर 3 साल 4 साल बैक जाता है, उसको सही करो. प्राइवेट स्कूल पर बंदिश लगाकर सरकारी स्कूल के निर्माण के लिए लाया गया है, उसको देखो. बक्सर में किसानों के मुद्दे को खत्म कर इस मुद्दे को हावी किया जा रहा है. इसलिए हम लोग गिरिराज और अश्विनी चौबे नहीं बने और ना ही हम लोग बीजेपी बने.
दबे-कुचले की आवाज के लिए ऊंची जाति को नहीं देंगे गाली
हम किसी को गाली देने नहीं आए हैं, हम दबे-कुचले की आवाज के लिए किसी भी ऊंची जाति को गाली नहीं देंगे. हम किसी धर्म और मजहब से नफरत नहीं करेंगे. ऐसे लोगों को अपनी जुबान को कंट्रोल रखना चाहिए. रामचरितमानस का पूरा ग्रंथ त्याग, बलिदान और प्रेम का है. उसमें किसी लाइन में भूल हो सकती है, लेकिन जिसके लिए सवाल खड़ा नहीं किया जा सकता.
HIGHLIGHTS
- रामचरित मानस पर बोलना उचित नहीं
- राम पर सवाल उठाना गलत
- पेपर लीक पर काम करे शिक्षा मंत्री
- जुबान पर रखना चाहिए कंट्रोल
Source : News State Bihar Jharkhand