बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद पहली बार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का दो दिवसीय दौरा सीमांचल में होने जा रहा है. राजनीतिक गलियारों के जानकार इस दौरे को बिहार मिशन के रूप में देख रहे हैं. वहीं, शाह के दौरे से ही बिहार में सियासी हलचलें बढ़ गई हैं. वहीं, जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने अमित शाह पर दौरे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अमित शाह का जादू बिहार में चलने वाला नहीं है. क्योंकि सीमांचल और कोसी कंप्लीट रूप से ओबीसी दलित माइनॉरिटी कमजोर तबके ऐसे लोगों की संख्या बहुत अधिक है. जो आपकी आईडियोलॉजी हो राजनीति से मेल नहीं खाता है.
वहीं, पप्पू यादव ने कहा कि आप उठा कर के देख लो, जो अत्यंत पिछड़ा का वोट है. वह कंप्लीट आपके आईडियोलॉजी से मेल नहीं खाता है. जो माइनॉरिटी, दलित, यादव या अन्य लोग विचार आपके विचारधारा से मेल नहीं खाता है. आप सीमांचल के दौरे पर वही अपनी पुरानी राग को अपनाएंगे. कहेंगे बांग्लादेशी, घुसपैठ और सीमांचल लगातार देश के लिए खतरा बनता जा रहा है. आप हमेशा मुद्दे से क्यों भटक जाते हैं. ये सीमांचल और बिहार में अमित शाह जी एक बात आपको बता दुं कि बिहार में ना तो कोई रिसोर्ट गया, ना किसी प्रकार का कोई अन्य खर्च हुआ. फिर भी बैठे बैठे सरकार बदल गई.
वहीं, उन्होंने अमित शाह पर तंज कसते हुए कहा कि देश के कई राज्य जैसे कर्नाटक, मध्यप्रदेश, गोवा, महाराष्ट्र के विधायक और नेताओं को ले गए. अब झारखंड पर वार कर रहे हैं. इस तरह की राजनीति बिहार में नहीं चलने वाली है. बिहार का जीन हिंदू-मुसलमान जाति से थोड़ा हटकर है. इसीलिए नीतीश कुमार बीजेपी के साथ रहकर भी सेकुलर वाली अपनी इमेज को बनाए रखा और उनके एजेंडे को कभी लागू नहीं होने दिया. वहीं, उन्होंने कहा कि अमित शाह जी आप कितना भी चाह ले बिहार में आप जहर पैदा नहीं कर सकते हैं.
रिपोर्ट : अमित कुमार
Source : Gaurav Pandit