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पूर्वी चंपारण में यूरिया खाद के लिए हाहाकार, तस्करी का धंधा जोरो पर

पूर्वी चंपारण में यूरिया खाद के लिए हाहाकार मचा है. खाद के लिए लोग दर-दर भटक रहे हैं. किसान हर रोज एक बोरी यूरिया पाने की उम्मीद में कभी दुकानदारों तो कभी रिश्तेदारों से संपर्क कर रहे हैं. ताकि कहीं से भी काम चल सके.

Updated on: 09 Aug 2022, 12:33 PM

Motihari:

पूर्वी चंपारण में यूरिया खाद के लिए हाहाकार मचा है. खाद के लिए लोग दर-दर भटक रहे हैं. किसान हर रोज एक बोरी यूरिया पाने की उम्मीद में कभी दुकानदारों तो कभी रिश्तेदारों से संपर्क कर रहे हैं. ताकि कहीं से भी काम चल सके. वहीं, उर्वरक कारोबारी लुका छिपी का खेल खेलकर यहां ब्लैक में 500 से लेकर 700 रुपये प्रति बैग की कालाबाजारी करने में लगे हैं. वहीं, नेपाल में 1000 से लेकर 1500 से अधिक में बेचा जा रहा है जबकि सरकारी दर मात्र 265 रुपये 50 पैसे है, लेकिन इस कालाबाजारी पर लगाम लगाने में जिला प्रशासन मेहनत तो करतीं है पर विफल हो जाती, जिससे किसानों को दर-दर भटकाना पड़ता है. 

हालांकि अभी के समय में बॉर्डर इलाके से उर्वरकों की तस्करी बढ़ गई है. इस मामले में अधिकारी डाल-डाल चल रहे हैं तो तस्कर पात-पात. इस बीच बंजरिया पुलिस के सहयोग से कृषि विभाग को एक सफलता हाथ लगी है. मोतिहारी अम्बिका नगर स्थित चंचल बाबा मठ के समीप खेतान के गोदाम से एक ट्रैक्टर पर लदे यूरिया सहित गोदाम में छुपाकर रखें करीब हजारों बोरा यूरिया जब्त किया है. ताजूब की बात तो यह है कि गोदाम में ईफको का यूरिया भी बरामद हुआ है और ट्रैक्टर पर लदे करीब 125 बोरी यूरिया लदा हुआ था. जिसे तस्कर नेपाल में खपाने के लिये ले जा रहें थे. तभी बंजरिया थाना अध्यक्ष संदीप कुमार को गुप्त सूचना मिली की कुछ तस्कर तस्करी के लिए यूरिया ले जा रहे हैं, जिसके बाद मौके पर पहुंच कर ट्रेक्टर को जब्त कर गोदाम को सील कर दिया गया. 

आपको बता दें कि जिस यूरिया की कीमत पूर्वी चम्पारण में 265 रुपये 50 पैसे है. वहीं, नेपाल में उसी यूरिया को तस्कर 1000 से लेकर 1500 से अधिक रुपये में बेचते हैं. वहीं, इस मामले में गोदाम मैनेजर को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. वहीं, ट्रेक्टर ड्राइवर और तस्कर पुलिस को देख भाग निकले इस मामले में सदर अनुमंडल कृषि पदाधिकारी प्रभात कुमार ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर लगातार खाद की कलाबाजी को रोकने के लिए छापेमारी की जा रही है. 

इसी दौरान जानकारी मिली कि इस जगह पर अवैध रूप से यूरिया का कालाबाजारी के पर्पस से रखा गया था, जिसमें चार पांच कंपनी का यूरिया करीब 900 से अधिक बोरा दिख रहा है. उन्होंने बताया कि यहां विभिन्न कंपनियों का यूरिया है जो रैक प्वाइंट से यहां आता है, लेकिन यह यूरिया 30 दिन पहले से रखा गया है और यहां ईफको का भी यूरिया काफी मात्रा में छुपाकर यहां रखा गया है और ट्रेक्टर को जब्त कर गोदाम को सील कर दिया गया है.