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बिहार में बाढ़ से हाहाकार, मिनटों में नदी में समाया स्कूल भवन

बाढ़ का खतरा अब राजधानी पटना पर भी मंडराने लगा है. बता दें कि बाढ़ के खतरे से पहले ही बिहार के कई जिले, जिसमें पूर्णिया, कटिहार, अररिया, गोपालगंज की हालत खराब है.

Updated on: 10 Aug 2023, 04:23 PM

highlights

  • बिहार में बाढ़ से हाहाकार
  • नदी में समाया स्कूल भवन
  • बाढ़ से कई लोग हो चुके हैं बेघर

Khagaria:

बाढ़ का खतरा अब राजधानी पटना पर भी मंडराने लगा है. बता दें कि बाढ़ के खतरे से पहले ही बिहार के कई जिले, जिसमें पूर्णिया, कटिहार, अररिया, गोपालगंज की हालत खराब है. वहीं, अब राजधानी पटना में भी गंगा नदी डराने लगी है. नदी खतरे के निशान तक पहुंच चुकी है. लोगों को विस्थापन का डर सताने लगा है. हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को बाढ़ के मद्देनजर निर्देश जारी कर दिया है. वहीं खगड़िया में नदी का कहर देखने को मिला, जहां पानी के बहाव से भूमि कटाव हुआ और देखते ही देखते स्कूल भवन का आधा हिस्सा नदी में समा गया.

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नदी में समाया स्कूल भवन

बता दें कि खगड़िया जिले के बेलदौर प्रखंड के गांधी नगर में भूमि कटाव का कहर जारी है. अब तक चालीस से अधिक घर कोसी नदी में समा चुकी है. गांधी नगर में स्थित प्राथमिक विद्यालय के दो मंजिल भवन का एक हिस्सा तास की पत्ते की तरह आज भर-भराकर नदी में समा गया. तस्वीरों में देख सकते हैं कि स्कूल भवन का एक हिस्सा कैसे नदी में समा रहा है. इस प्राथमिक विद्यालय में 209 बच्चे पढ़ते थे, लेकिन स्कूल के भवन पर मंडराते खतरे के मद्देनजर स्कूल में पठन पाठन का कार्य बंद करा दिया गया था.

बाढ़ से कई लोग हो चुके हैं बेघर

गांव में ही एक ग्रामीण के दरवाजे पर फिलहाल स्कूल चलाया जा रहा है. स्थानीय लोगों की मानें तो भूमि कटाव वर्षों से हो रही है. भूमि कटाव से अब तक कई परिवार का आशियाना नदी में समा गया है. कई परिवारों का घर कटाव के जद में है. आपको बता दें कि बिहार के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. हालांकि बारिश का अलर्ट पहले से जारी कर दिया गया था, लेकिन प्रशासन की ओर से किसी तरह का कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किया गया है. लिहाजा 2-3 दिन की बारिश ही लोगों के लिए आफत बन चुकी है.