केंद्र सरकार द्वारा नोटबंदी लागू किए जाने का एक साल पूरा होने पर बुधवार को यहां राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस सहित कई विपक्षी दल 'काला दिवस' मना रहे हैं।
इसके तहत विपक्षी दल के नेताओं ने पैदल मार्च निकाला। दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) इस दिन को 'कालाधन विरोध दिवस' के रूप में मनाते हुए विपक्षी नेताओं के पुतले फूंके।
राजद के नेतृत्व में बिहार के विपक्षी दल नोटबंदी को जनविरोधी करार देते हुए पैदल मार्च निकाले। पटना के ज़े पी़ गोलंबर के पास राजद, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के नेता और कार्यकर्ता इकट्ठा हुए और वो यहां से जुलूस की शक्ल में कारगिल चौक होते हुए जिलाधिकारी कार्यालय तक पहुंचे।
इस दौरान विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों को पुलिसकर्मियों ने रोकना चाहा, लेकिन कार्यकर्ता आगे बढ़ते रहे। अंत में पटना जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर विपक्षी दलों ने अपना मार्च समाप्त किया।
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पैदल मार्च में शामिल राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि नोटबंदी से गरीबों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि आज देश के युवा, किसान और व्यापारी वर्ग सड़क पर उतरकर इसका विरोध कर रहे हैं।
इधर, कांग्रेस के प्रभारी प्रदेश अध्यक्ष कौकब कादरी ने कहा कि नोटबंदी के बाद देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। महंगाई बढ़ी है और लोग परेशान हैं।
इधर, बीजेपी भी नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर 'कालाधन विरोधी दिवस' मना रही है। बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने यहां कारगिल चौक पर विपक्षी नेताओं के पुतले फूंके।
बीजेपी विधायक नितिन नवीन ने कहा कि नोटबंदी का वही लोग विरोध कर रहे हैं, जिनका कालाधन बाहर आ रहा है और जिनके पास कालाधन है।
उन्होंने कहा कि आज आम लोग इस नोटबंदी के साथ हैं, जिसका परिणाम उत्तर प्रदेश चुनाव में भी देखने को मिला।
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HIGHLIGHTS
- राजद के नेतृत्व में बिहार के विपक्षी दल ने नोटबंदी को जनविरोधी करार देते हुए पैदल मार्च निकाले
- बीजेपी भी नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर 'कालाधन विरोधी दिवस' मना रही है
- राजद और कांग्रेस सहित कई विपक्षी दल नोटबंदी लागू के एक साल पूरा होने पर 'काला दिवस' मना रहे हैं
Source : IANS