नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के मसले पर देशभर में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं. सरकार ने जनता से बहकावे में न आने की अपील की है तो साथ ही सीएए और एनआरसी पर उठते सवालों का जवाब देकर शंकाओं का समाधान करने की कोशिश भी की. इस बीच इस कानून के समर्थन में भी आवाज उठने लगी है. बिहार की राजधानी पटना में नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में हवन किया गया है.
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पिछले 4-5 दिनों से बिहार समेत देशभर में हिंसा का दौर चला है. उसके विरोध में शुक्रवार की सुबह राजधानी पटना के वेद विद्यालय में 21 ब्राह्मणों ने हवन किया. इस हवन पूजन का मुख्य उद्देश्य है कि देश में पुनः शांति व्यवस्था कायम हो, जो भी व्यक्ति इस हिंसा में समिल्लित हैं भगवान उन्हें सद्बुद्धि प्रदान करे. जिससे वे देश को अथवा देश के नागरिकों या देश की संपत्ति को नुकसान ना पहुंचाएं. इस दौरान कुछ लोग हाथ में तिरंगा झंडा लेकर खड़े नजर आए.
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इस कानून के समर्थन करने वालों ने वहां एक ब्लैकबोर्ड भी लगा रखा है. जिस पर कई तरह से संदेश लिखे हैं. इनमें से एक पोस्टर पर लिखा, 'नागरिकता संशोधन मानवीय आधार पर भारत के लिए बहुत जरूरी था'. दूसरे संदेश में लिखा है, 'देश प्रेमी बनो, देश विरोध नहीं, राष्ट्र सुरक्षा प्रथम उद्देश्य, देशहित में CAB जरूरी.' एक अन्य संदेश में लिखा गया है, 'हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई, हम सब आपस में हैं, भाई भाई.'
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गौरतलब है कि बिहार के कई हिस्सों में गुरुवार को सीएए के विरोध में प्रदर्शन किए गए. वामदलों के आह्वान पर एकदिवसीय 'बिहार बंद' के चलते कई जगहों पर ट्रेनें रोक दी गईं. कई स्थानों पर सड़कों पर चक्का जाम किया गया. पटना के राजेंद्र नगर टर्मिनल समेत दरभंगा के लहेरियासराय, सहरसा, खगड़िया, आरा में ट्रेनों पर चढ़कर लोगों ने प्रदर्शन किए. प्रदर्शनकारियों ने कई जगहों पर रेलवे ट्रैक को रोक दिया. आरा में नेशनल हाईवे-30 को बंद समर्थकों ने जाम कर दिया, जिससे पटना-आरा मार्ग पर आवगमन ठप हो गया. इसके अलावा पटना, भागलपुर, पूर्णिया सहित कई इलाकों में लोग सड़कों पर उतर आए. बंद समर्थकों ने पटना औरआरा में कई इलाकों में जाकर न केवल दुकानों को जबरन बंद कराया, बल्कि कई वाहनों को भी निशाना बनाया.
पटना में कई गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए गए. खगड़िया में दुकानदारों और बंद समर्थकों के बीच झड़प हुई तो उग्र प्रदर्शनकारियों को पूर्णिया में रोकने के लिए पुलिस ने बल का प्रयोग किया. पटना के बाढ़ में बंद समर्थक और सीएए के समर्थकों के बीच झड़प भी हुई. पटना की सड़कों पर सीपीआई नेता और पूर्व जेएनयू छात्र कन्हैया भी उतरे. जन अधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव ने भी बेड़ियां पहनकर प्रदर्शन किया और आजादी की मांग की.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो