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नीतीश का जवाब, जिनकी 20 साल पहले राजनीति शुरू हुई है, उनपर क्या कहें

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के एक बयान पर भड़कते हुए सवालिया लहजे में कहा कि ये लोग कब से राजनीति में आये हैं. जिनकी राजनीति ही पिछले 20 सालों से शुरू हुयी है उनके बारे में क्या कहें. लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी से इनलोगों का क्या संबंध था? दरअसल, मुख्यमंत्री महान समाजवादी नेता डॉ. राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि के अवसर पर लोहिया नगर स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे.

Updated on: 12 Oct 2022, 07:10 PM

पटना:

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के एक बयान पर भड़कते हुए सवालिया लहजे में कहा कि ये लोग कब से राजनीति में आये हैं. जिनकी राजनीति ही पिछले 20 सालों से शुरू हुयी है उनके बारे में क्या कहें. लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी से इनलोगों का क्या संबंध था? दरअसल, मुख्यमंत्री महान समाजवादी नेता डॉ. राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि के अवसर पर लोहिया नगर स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे.

इस दौरान जब पत्रकारों ने उनसे अमित शाह के जेपी के शिष्यों के कांग्रेस को गोद में जाने के बयान पर पूछा गया तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, आपलोग जिनका नाम ले रहे हैं, उनको लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी से कोई मतलब था क्या? ये लोग कब से राजनीति में आये हैं. जिनकी राजनीति ही पिछले 20 सालों से शुरू हुयी है उनके बारे में क्या कहें.

उन्होंने आगे कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी से इनलोगों का क्या संबंध था? जेपी मूवमेंट में हमलोगों ने किस तरह से भाग लिया और उनसे हमलोगों का किस तरह से लगाव था यह सब जानते हैं.

सैफई जाने के प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मुलायम सिंह यादव जी का निधन हो गया है, उनके परिवार से मिलने आज हम सैफई जा रहे हैं.

इससे पहले महान समाजवादी नेता डॉ राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि के अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनकी आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की.

पुण्यतिथि के अवसर पर कंकड़बाग के लोहिया नगर स्थित लोहिया उद्यान में आयोजित राजकीय समारोह में मुख्यमंत्री ने डॉ राम मनोहर लोहिया को नमन कर उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व का स्मरण करते हुए उनके अधूरे कार्यों को पूरा करने का संकल्प लिया.

दरअसल अमित शाह ने जयप्रकाश नारायण की जयंती पर उनके गांव सितारा दियाब में निशाना साधते हुए कहा था कि जो लोग जेपी के आदर्शों के साथ राजनीति में कदम रखा वो अब उन नीतियों को भुल गये है.