बिहार के कथित मिट्टी घोटाला मामले में मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने गुरुवार को जांच के आदेश दिये। विपक्षी दल बीजेपी ने लालू प्रसाद यादव के मंत्री बेटे तेज प्रताप यादव पर मिट्टी घोटाले का आरोप लगाया है।
बिहार विधान परिषद में नेता विपक्ष सुशील कुमार मोदी ने दावा किया है कि पटना के सगुना में एक मॉल निर्माण स्थल की मिट्टी को पर्यावरण एवं वन विभाग ने बिना टेंडर (निविदा) निकाले पटना के चिड़ियाघर के सौंदर्यीकरण के नाम पर 90 लाख रुपये में खरीद लिया। इस घोटाले का पूरा लाभ लालू प्रसाद के परिवार को मिला।
पिछले दिनों मोदी ने कहा था, 'डिलाइट मार्केटिंग कंपनी प्राइवेट लिमिटेड को हस्तांतरित की गई जमीन पर शॉपिंग मॉल बन रहा है और इस कंपनी में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) अध्यक्ष लालू के बड़े बेटे एवं राज्य के पर्यावरण एवं वन मंत्री तेजप्रताप यादव, छोटे बेटे एवं उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव तथा उनकी पुत्री चंदा यादव निदेशक हैं।'
बीजेपी नेता सुशील मोदी ने दस्तावेज प्रस्तुत करते हुए कहा कि माल निर्माण के दौरान बेसमेंट की मिट्टी को खपाने के लिए पर्यावरण एवं वन विभाग ने पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान के सौंदर्यीकरण के नाम पर बिना टेंडर निकाले केवल कोटेशन के आधार पर 90 लाख रुपये में मिट्टी खरीद ली।
उन्होंने कहा कि यह काम रूपसपुर के वीरेंद्र यादव की कंपनी एम़ एस इंटरप्राइजेज से करवाया गया। उन्होंने दावा किया है कि जहां मिट्टी जरूरी नहीं है, वहां यह मिट्टी डाली गई।
गौरतलब है कि यह उद्यान पर्यावरण एवं वन विभाग के अंतर्गत आता है और इस विभाग के मंत्री लालू के बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव हैं।
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(इनपुट IANS से भी)
HIGHLIGHTS
- बिहार के मुख्य सचिव ने मिट्टी घोटाला मामले में दिये जांच के आदेश
- लालू यादव के मंत्री बेटे तेज प्रताप यादव पर विपक्षी दलों ने लगाया है घोटाले का आरोप
- 90 लाख रुपये के घोटाले के आरोप में घिरे हैं तेज प्रताप यादव
Source : News Nation Bureau